
पहले होना पड़ता था परेशान, अब धान बेचना हुआ आसान, उपार्जन केंद्रो में कुर्सी, छांव,शौचालय सहित उपलब्ध है पानी..
कमलज्योति-सहायक संचालक रायपुर / किसान फूलसिंह, गोटीलाल, शिवनाथ सिंह जैसे अनेक किसानों को वह दिन आज भी याद है, जब धान बेचना होता था तब उपार्जन केंद्र तक धान को लाने और उसे तौल कराने किस तरह सुबह से शाम तक का समय वहीं के वहीं काटना पड़ता था। इस दौरान घंटो तक इंतजार करते-करते…