पहलगाम हमला: PM बोले- आतंकवाद को कुचलना हमारा राष्ट्रीय संकल्प: सेना को टारगेट, समय और हमले का तरीका तय करने की पूरी छूट..

PM on Pahalgam: पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमता पर भरोसा जताया और कहा कि उन्हें कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी छूट दी गई है। 

पीएम आवास पर बैठक में पीएम के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA, CDS और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।

नई दिल्ली// पीएम मोदी ने मंगलवार को आतंकवाद से निपटने के लिए तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कहा, ‘आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। हमें भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूरा विश्वास है। आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के तरीका, लक्ष्य और समय सेना तय करें।’

पीएम ने यह बात मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुख, NSA अजीत डोभाल, CDS अनिल चौहान के साथ हाई लेवल मीटिंग में कही। यह बैठक डेढ़ घंटे से ज्यादा चली। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग के आधे घंटे बाद गृहमंत्री अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पीएम आवास पहुंचे हैं।

22 अप्रैल को पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। 10 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

पीएम मोदी ने क्या कहा
सरकारी सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद पर करारी चोट करना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूरा विश्वास और भरोसा जताया। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा, उन्हें (सशस्त्र बलों को) हमारी प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी स्वतंत्रता है।

पीएम मोदी ने वादा किया है कि इस हमले के पीछे जो आतंकवादी और उनके मददगार हैं, उन्हें दुनिया के आखिरी छोर तक ढूंढ कर ‘कल्पना से परे’ सख्त सजा दी जाएगी। यह पाकिस्तान की ओर इशारा माना जा रहा है, जिसका भारत में आतंकवाद फैलाने का इतिहास रहा है। इससे पहले सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात की। यह बैठक उस दिन हुई, जब सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने राजनाथ सिंह को पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिए गए कुछ फैसलों की जानकारी दी। 

केंद्र सरकार को मिला विपक्षी दलों का समर्थन
पहलगाम हमले के बाद सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। इसमें विपक्षी दलों ने आतंकियों के खिलाफ सरकार किसी भी कार्रवाई को पूरा समर्थन देने की बात कही। 

सीमा पार आतंकवादी हमले के तार
हमले के अगले दिन कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की बैठक भी हुई थी। इस बैठक में बताया गया कि इस आतंकी हमले के तार सीमा पार से जुड़े हुए हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि यह हमला ऐसे समय हुआ है जब जम्मू-कश्मीर में चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं और राज्य धीरे-धीरे आर्थिक प्रगति की ओर बढ़ रहा है।

पाकिस्तान के खिलाफ पांच रणनीतिक फैसले
सीसीएस की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए गए थे। इसमें सिंधु जल संधि को तत्काल स्थगित करना, अटारी चेक पोस्ट को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा के तहत भारत में प्रवेश की अनुमति खत्म करना, पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सेना के सलाहकारों को एक हफ्ते के भीतर देश छोड़ने का आदेश जैसे फैसले शामिल थे। 

केंद्रीय गृह सचिव ने की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता
इससे पहले आज केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें तीन अर्धसैनिक बलों के प्रमुख और दो अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। हालांकि बैठक के एजेंडे पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।

पहलगाम हमला: आज 6 बड़े अपडेट्स

  • भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के X हैंडल पर रोक लगा दी है। पहलगाम हमले के बाद ख्वाजा आसिफ का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान लंबे अरसे से आतंकी संगठनों को फंडिंग करता आ रहा है।
  • पहलगाम हमले में आज इंटेलिजेंस एजेंसियों ने बड़ी जानकारी दी। इंटेलिजेंस एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है।
  • NIA ने पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकी हमले का सीन री-क्रिएशन किया।
  • अटारी-बाघा बॉर्डर से 104 पाकिस्तानी नागरिक वापस भेजे गए।
  • महाराष्ट्र सरकार मृतकों के आश्रितों को 50 लाख रुपए और नौकरी देने का ऐलान किया।
  • राजस्थान में पाकिस्तानी हैकर्स ने शिक्षा विभाग की वेबसाइट हैक की, लिखा- अगला हमला टेक्नोलॉजी से होगा।