संभागायुक्त ने प्रिंसिपल और 6 शिक्षकों को किया निलंबित:निरीक्षण के दौरान बिना छुट्टी स्कूल से पाई गई थीं गायब; 32 स्टूडेंट्स भी मिले अनुपस्थित
Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 17, 2024
दुर्ग// दुर्ग के संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रधान पाठिका और 6 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। ये कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर औचक जांच के बाद की गई है।
संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने बताया कि दुर्ग निवासी महावीर जैन ने उनके पास लिखित शिकायत की थी कि महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में वहां की प्रधान पाठिका और शिक्षकों द्वारा बड़ी लापरवाही बरती जा रही है।
वहां स्कूल में दर्ज छात्रों की संख्या के अनुपात में काफी अधिक शिक्षक हैं। इसका फायदा उठाकर प्रधान पाठिका शायना परवीन खान और कई शिक्षक बहुत-बहुत दिनों तक स्कूल नहीं आते हैं।
अभय कुमार जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग।
इसके बाद कमिश्नर दुर्ग ने डिप्टी कमिश्नर दुर्ग संभाग और संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग को मिलाकर एक ज्वाइंट टीम गठित की। दोनों अधिकारियों की टीम ने 13 फरवरी 2024 को महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
जांच के दौरान दोनों अधिकारियों ने बताया कि वहां की प्रधान पाठिका शायना परवीन खान स्कूल से अनुपस्थित मिलीं। अधिकारियों को यह भी शिकायत मिली थी कि प्रधान पाठिका और कई शिक्षिका लंबे समय से स्कूल नहीं आ रही हैं।
इतना ही नहीं स्कूल का रिकॉर्ड भी दुरुस्त नहीं था, ना ही उसमें प्रिंसिपल के हस्ताक्षर थे। इतना ही नहीं शिक्षक और छात्र भी अनुपस्थित पाए गए। इस रिपोर्ट के बाद दुर्ग कमिश्नर ने इनके ऊपर निलंबन की कार्रवाई की।
गोविंद साव, ब्लॉक एजुकेशन अधिकारी दुर्ग।
11 में से 6 शिक्षक पाए गए अनुपस्थित
जांच टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि स्कूल में कुल 11 शिक्षक पदस्थ हैं। इनमें से 6 शिक्षक अनुपस्थित हैं। इसकी वजह से स्कूल में छात्र भी पढ़ने नहीं आ रहे हैं। स्कूल में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 94 है, लेकिन वहां मात्र 62 विद्यार्थी ही उपस्थित पाए गए। 32 विद्यार्थी स्कूल नहीं आए थे।
संभागायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई और जारी आदेश
डीईओ और बीईओ को दिया शोकॉज नोटिस
शिकायतकर्ता ने ये आरोप लगाया था कि स्कूल के शिक्षक और प्रधान पाठिका स्कूल से लंबे समय से अनुपस्थित हैं। स्कूल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय दुर्ग से मात्र 1 किलोमीटर दूर होने के बाद भी उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
डीईओ और बीईओ 20-20 हजार रुपए मासिक लेकर उनकी इस गलती पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। रिश्वत लेने का आरोप तो जांच में सिद्ध नहीं हुआ, लेकिन दुर्ग कमिश्नर ने दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब मांगा है।
स्कूल के शिक्षकों के खिलाफ की गई लिखित शिकायत।
ये थी शिकायत
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, संभागायुक्त और कलेक्टर दुर्ग से इस संबंध में शिकायत की थी। उसने बताया था कि महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्राधन पाठिका शायना परवीन के साथ स्कूल की शिक्षिकाएं रजनी बाला साहू, छाया दुबे, अंजनी महापात्रा, शशिकला साहसी, अनीता राजपूत, गरिमा सिन्हा और सुनीता देवांगन काफी दिनों से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं।
ये लोग जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल और खंड शिक्षा अधिकारी गोविंद साव को 20 हजार रुपए प्रति माह की राशि देकर कभी-कभार ही स्कूल आती हैं। वहीं जब टीचर्स स्कूल आती भी हैं, तो पूरा समय मोबाइल और अपने निजी काम में लगा देती हैं। इनकी इस लापरवाही से यहां के बच्चे एक-दूसरे को गालीगलौज करते हुए नशा करते हैं। बच्चे स्कूल के बाह इधर-उधर घूमते नजर आते हैं और उनका पढ़ाई पर कोई ध्यान नहीं है।