ट्रेन हादसे में दोनों पैर और एक हाथ कटा: हादसे के शिकार शख्स को मदद की आस, अपनों ने मोड़ा मुंह; पलारी अस्पताल में भर्ती…
Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 1, 2024
बलौदाबाजार// बलौदाबाजार जिले के रोहांसी गांव के रहने वाले पीलाराम मार्कंडेय (42) के साथ हुए हादसे के बाद उनके अपनों ने उनसे मुंह मोड़ लिया है। पुलिस ने उन्हें अनाथालय में भर्ती कराने की बात कही थी, लेकिन पलारी अस्पताल में छोड़कर चली गई। फिलहाल उसका इलाज पलारी अस्पताल में जारी है।
जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले पलारी थाना क्षेत्र के रोहांसी गांव में रहने वाला पीलाराम मार्कंडेय (42) ट्रेन हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। वो दिल्ली काम करने जा रहा था। वहां जाते वक्त हुए ट्रेन हादसे में घायल होने के बाद उसके दोनों पैर और एक हाथ को काटना पड़ा।
दिल्ली में ही लोगों ने उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया। इससे उसकी जान तो बच गई, लेकिन हादसे ने उन्हें हमेशा के लिए अपाहिज बना दिया। दिल्ली के अस्पताल वालों ने उन्हें ट्रेन में बिठाकर गांव भिजवा दिया। उनका अपना सगा कोई नहीं है, लेकिन दूर के रिश्तेदार जिनके भरोसे वो गांव आया था, उन लोगों ने भी अब उनसे अपना मुंह फेर लिया है।
पलारी अस्पताल में भर्ती सड़क हादसे का शिकार व्यक्ति।
अनाथालय में भर्ती कराने लेकर आई पुलिस ने पलारी अस्पताल में छोड़ा
इधर पिछले 10 दिनों से पलारी पुलिस पीला राम मार्कंडेय को लेकर गांव से आई और पलारी अस्पताल में भर्ती करा दिया। हालांकि पुलिस कुछ दिन बाद आकर उन्हें अनाथालय में भर्ती कराने की बात कहकर गई थी, लेकिन अब तक उन्हें लेने कोई नहीं आया है।
अस्पताल प्रबंधन को परिजनों का इंतजार
वहीं अस्पताल प्रबंधन को पीलाराम के परिजनों का इंतजार है, क्योंकि उनकी सेवा करने वाला कोई नहीं है। दोनों पैर कट जाने से उन्हें बाथरूम जाने के लिए भी सहारे की जरूरत पड़ती है। वहीं पीलाराम का कहना है कि उनका अपना कोई नहीं है, जो हैं भी, उन्होंने उनसे अपना नाता तोड़ लिया है, इसलिए उन्हें अब अनाथालय में भर्ती होने का इंतजार है, ताकि वे अपनी आगे की जिंदगी काट सकें।