दुर्ग जिला अस्पताल में मरीज को बांधकर फर्श पर फेंका: जानवरों जैसा सलूक देखकर गुस्साए परिजन का हंगामा, दूसरे अस्पताल में हुई मौत…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: October 19, 2023

मरीज को बांधकर फर्श पर फेंका गया, परिजन के हंगामे पर गार्डों ने पीटा। - Dainik Bhaskar

दुर्ग// दुर्ग जिला अस्पताल में कथित तौर पर मरीज को बांधकर मारने और फर्श पर फेंक देने के बाद दूसरे अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजन का आरोप है कि जिला अस्पताल के स्टाफ की मारपीट से उसकी मौत हुई है। पोस्टमॉर्टम के दौरान परिजन ने जमकर हंगामा भी किया। जिला अस्पताल के गार्डों पर मामला दर्ज होने के बाद परिजन शांत हुए ।

जानकारी के मुताबिक भिलाई के खुर्सीपार क्षेत्र निवासी श्रवण कुमार को पेट में तेज दर्द की शिकायत थी। उसे 16 अक्टूबर की सुबह 11 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान श्रवण आक्रामक हो रहा था। वो इलाज कर रहे नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर को मारने के लिए दौड़ा रहा था। इसके चलते डॉक्टर ने गार्ड की मदद से मरीज का पैर बांधा और उसे फर्श पर लिटा दिया।

जिला अस्पताल में लोगों को मारने के लिए दौड़ाता मरीज।

जिला अस्पताल में लोगों को मारने के लिए दौड़ाता मरीज।

परिजन भड़के तो गार्डों ने पीटा

दोपहर में जब परिजन वहां पहुंचे और मरीज को फर्श पर पड़ा देखा तो उन्होंने झगड़ा शुरू कर दिया। इससे डॉक्टर भी भड़क गए और इलाज करने से मना कर दिया। जब झगड़ा अधिक बढ़ा तो डॉक्टरों ने गार्ड को बुला लिया और गार्डों ने मिलकर मरीज के परिजन को बुरी तरह पीटा। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।

पोस्टमॉर्टम से पहले आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग।

पोस्टमॉर्टम से पहले आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग।

तबीयत बिगड़ने से मरीज की मौत

इस घटना के बाद परिजन श्रवण कुमार को रेफर कराकर 16 अक्टूबर की शाम को शंकराचार्य अस्पताल ले गए। जहां पीलिया बिगड़ने से 17 अक्टूबर की शाम 7 बजे उसकी मौत हो गई। मरीज के सिर पर चोट होने से डॉ राहुल गुलाटी ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल स्थित मर्च्युरी भेज दिया।

गुस्साए परिजन को समझाइश देती दुर्ग पुलिस।

गुस्साए परिजन को समझाइश देती दुर्ग पुलिस।

मर्च्युरी में परिजन ने जमकर किया हंगामा

लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में पोस्टमॉर्टम के दौरान श्रवण कुमार के परिजन ने जमकर हंगामा किया। उनकी ओर से बीजेपी पार्षद पीयूष मिश्रा ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पीयूष मिश्रा ने बताया कि श्रवण कुमार को पीलिया की शिकायत थी। जिला अस्पताल के स्टाफ ने मिलकर उसके भाई, बहन और पिता को पीटा है। मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई होनी चाहिए।

मारपीट करने वालों पर हो कार्रवाई- परिजन

मरीज श्रवण के भाई ने कहा- मेरे भाई का हाथ-पैर बांधकर उसे जमीन पर फेंक दिया गया था। उसे मारा पीटा गया। ग्लास से मारा तो सिर से खून निकल रहा था। वहां इलाज की जगह जानवरों जैसा सलूक किया गया। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

अस्पताल के स्टाफ ने बताई परिजन की गलती

जिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ अरुण कुमार साहू ने बताया कि मरीज को डॉ श्वेता के अंडर में कैजुअल्टी में भर्ती किया गया था। तीन बजे के करीब मरीज हाइपर सेंसिटिव हो गया। वो चिल्लाने लगा और लोगों को मारने के लिए दौड़ रहा था। इसके बाद डॉ श्वेता और अन्य डॉक्टर ने गार्ड को बुलाया। गार्ड ने उसका हाथ पैर बांध दिया। इसी दौरान उसके परिजन वहां आए और गार्ड को मार दिया। इसके बाद दोनों के बीच मारपीट हुई है।