कोलवाशरी की जनसुनवाई में तोड़फोड़, हंगामा:विरोध कर रहे लोगों को पुलिस ने रोका तो हुई झड़प, नारेबाजी कर जमकर बोला हल्ला, प्रशासन पर आरोप

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 11, 2023

बिलासपुर//

बिलासपुर में कोलवाशरी शुरू करने के लिए आयोजित जनसुनवाई में लोगों ने विरोध करते हुए जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, बेरिकेडिंग तोड़कर कुर्सियां फेंककर लोगों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। लिहाजा, प्रशासन ने भी पल्ला झाड़ते हुए जनसुनवाई स्थगित करने की घोषणा कर दी। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।

दरअसल, कोटा विकासखंड के ग्राम पंचायत खरगहनी और पत्थरा में महावीर कोलवाशरी स्थापित करने की तैयारी चल रही है। जिला प्रशासन की ओर से जमीन अधिग्रहण सहित सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पर्यावरण प्रदूषण मंडल की ओर से बुधवार को यहां जनसुनवाई रखी गई थी, जिसका स्थानीय लोगों के साथ ही आसपास के ग्रामीण शुरू से ही विरोध कर रहे थे।

्जनसुनवाई के दौरान ग्रामीण ओर पुलिस के बीच हुई जमकर झड़प।

्जनसुनवाई के दौरान ग्रामीण ओर पुलिस के बीच हुई जमकर झड़प।

पहले भी स्थगित हो चुकी है जनसुनवाई
इससे पहले भी यहां 11 अगस्त 2021 को जनसुनवाई रखी थी, तब भी स्थानीय लोगों ने विरोध जताया था और जनसुनवाई नहीं होने देने की चेतावनी दी थी। ग्रामीणों के विरोध के बाद भी यहां जनसुनवाई रखी गई, जिसका जमकर विरोध किया और ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासन ने जनसुनवाई स्थगित कर दी थी।

आक्रोशित लोगों ने किया तोड़फोड़ और किया हंगामा
बुधवार को जनसुनवाई शुरू हुई, इससे पहले ही विरोध में ग्रामीणों ने नारेबजी शुरू कर दी थी। प्रशासन की ओर से एसडीएम, तहसीलदार सहित पुलिस अफसर प्रबंधन का पक्ष लेते हुए ग्रामीणों को जनसुनवाई में अपनी बात रखने का सुझाव दिया और उसका निराकरण कराने का भरोसा दिलाया। लेकिन, नाराज ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तब जमकर झड़प भी हुई और बेरिकेडिंग तोड़कर ग्रामीणों ने कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दी। धक्कामुक्की और हंगामे को देखते हुए प्रशासन ने जनसुनवाई स्थगित करने की घोषणा कर दी। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए।

पुलिस के रोकने पर ग्रामीणों ने मचाया जमकर हंगामा।

पुलिस के रोकने पर ग्रामीणों ने मचाया जमकर हंगामा।

एक सप्ताह पहले से ही विरोध में आ गए थे लोग
जनसुनवाई की जानकारी मिलते ही एक सप्ताह से ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। उन्होंने जनसुनवाई नहीं करने और कोलवाशरी स्थापित करने का विरोध करते हुए एसडीएम और पुलिस को ज्ञापन सौंपा था। फिर भी प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी। लिहाजा, नाराज ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया।

ग्रामीण बोले- डिस्टरी और शराब फैक्ट्ररी से हैं परेशान अब कोयलों के डस्ट से दूभर होगा जीवन
कोलवाशरी का विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि खरगहनी से लगे गांव में डिस्टलरी प्लांट के साथ ही शराब की फैक्ट्री है, जिसके बदबू और प्रदूषण से ग्रामीण हमेशा परेशान रहते हैं। इसके चलते यहां हादसे की आशंका भी बनी रहती है। वहीं, अब कोलवाशरी शुरू होने से आसपास के गांव के लोग कोयले के डस्ट से परेशान होंगे। बीमारी के साथ ही उनकी फसलों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा।

विरोध के चलते प्रशासन को स्थगित करनी पडी जनसुनवाई।

विरोध के चलते प्रशासन को स्थगित करनी पडी जनसुनवाई।

गांव तक पहुंचता है घुटकू के कोलवाशरी का डस्ट
ग्रामीणों ने कहा कि पास के गांव घुटकू और लोखंडी में पहले से ही कोलवाशरी है, जिसका दुष्परिणाम उन्हें भुगतना पड़ रहा है। तालाब का पानी कोयले के डस्ट से काला हो गया है। वहीं, फसलों को भी नुकसान होता है। लगातार विरोध के बाद भी ग्रामीणों को इस समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। प्रशासन भी उनकी दिक्कतों को दूर करने के बजाए वाशरी प्रबंधन का साथ देता है।