भारत-आसियान देशों के युद्धाभ्‍यास वाले इलाके में पहुंचा चीनी जहाज: भारतीय वॉरशिप से 80 किमी दूर रहा, नौसेना ने बंद किया ट्रैकिंग सिस्टम…

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 10, 2023

भारत ने आसियान देशों के साथ मिलकर सोमवार को साउथ चाइना सी में मिलिट्री ड्रिल की थी। इस दौरान चीन का सर्विलांस वेसल यानी निगरानी रखने वाला जहाज शियांग यैंग होंग 10 उनके आसपास के इलाके में आया। सर्विलांस वैसल के अलावा चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 8 और जहाज उसके साथ मौजूद थे। रॉयटर्स के मुताबिक इसकी जानकारी दो भारतीय अधिकारियों ने दी है।

वियतनाम के एक्सपर्ट ने बताया कि ऐसा कर चीन मिलिट्री ड्रिल को डिस्टर्ब करना चाहता था। मिलिट्री ड्रिल के दौरान चीन वियतनाम के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में आ गया था। वो भारत और दूसरे देशों के जंगी जहाजों से केवल 80 किलोमीटर दूर था। हालांकि, जहाज ने कुछ नहीं किया।

तस्वीर चीन जासूसी जहाज शियांग यैंग होंग 10 की है।(फाइल फोटो)

तस्वीर चीन जासूसी जहाज शियांग यैंग होंग 10 की है।(फाइल फोटो)

भारतीय जहाज ने बंद किया ट्रैकिंग सिस्टम
जब चीन का निगरानी रखने वाला जहाज मिलिट्री ड्रिल वाले इलाके की ओर बढ़ा तो भारत और असियान देशों के जहाजों ने अपना ऑटोमैटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम बंद कर दिया, ताकि उन्हें डिटेक्ट नहीं किया जा सके। दरअसल, ऑटोमैटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम यानी (AIS) एक ट्रैकिंग सिस्टम होता है जो आसपास मौजूद दूसरे जहाजों की जानकारी देता है। इसमें जहाज में मौजूद स्क्रीन पर दूसरे वैसल रिफलेक्ट होते, यानी दिखते हैं।

इस मामले में भारतीय सेना के सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि चीन का जहाज मिलिट्री ड्रिल के ज्यादा नजदीक नहीं आया। जिससे किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया। हालांकि, इलाके में उसकी एक्टिविटीज पर नजर रखी जा रही है।

भारत-आसियान के 1800 नौसैनिकों ने मिलिट्री ड्रिल में ह‍िस्‍सा लिया
सिंगापुर और भारत की नौसेना पहली बार आसियान देशों के युद्धाभ्‍यास में सह आयोजक हैं। ये अभ्यास 2 मई को शुरू हुआ था, कल इसका आखिरी दिन था।

इस अभ्‍यास में 9 युद्धपोत हिस्‍सा ले रहे थे। इसके अलावा भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया और फिलीपीन्‍स की नौसेना के 6 विमान भी शामिल थे। आसियान और भारत के कुल 1800 सैन्‍यकर्मी इस अभ्‍यास में हिस्सा लिया था।