प्रेमी से बिछड़ने के डर से प्रेमिका ने टॉयलेट क्लीनर हार्पिक पीकर कर ली आत्महत्या…सरपंच और प्रेमी ने कोटवार की मौजूदगी में लिखवाया सुसाइड नोट…एक महीने पहले दोनों भाग गये थे घर से…

Last Updated on 2 days by City Hot News | Published: January 25, 2025

कोरबा// करीब 25 दिनों तक मुंगेली में इलाज चला, हालत बिगड़ने पर उसे कोरबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। जहां 24 जनवरी को पहुंचने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

छत्तीसगढ़ के मुंगेली में प्रेमी से बिछड़ने के डर से प्रेमिका ने टॉयलेट क्लीनर हार्पिक पीकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि, करीब एक महीने पहले दोनों घर से भाग गए थे। लेकिन कुछ दिन बाद ही वापस आ गए। इसी बीच युवती ने हार्पिक पी लिया।

उसका करीब 25 दिनों तक मुंगेली में ही इलाज चला, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे कोरबा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां 24 जनवरी को पहुंचने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इससे पहले 22 दिसंबर 2024 को गांव के सरपंच और प्रेमी ने कोटवार की मौजूदगी में युवती से अपनी मर्जी से आत्महत्या करने सुसाइड नोट लिखवाया था।

प्रेमिका कीर्ति पात्रे के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है।

प्रेमिका कीर्ति पात्रे के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है।

जानिए क्या है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, मुंगेली के नगवा गांव की रहने वाली कीर्ति पात्रे (22) और ललित लहरे (26) के बीच प्रेम प्रसंग था। मृतिका के पिता महेतरा पात्रे ने बताया कि, उसकी बेटी पड़ोस में ही रहने वाले ललित लहरे के साथ दिसंबर 2024 में भाग गई थी। उसका कहीं पता नहीं चलने पर पुलिस में शिकायत करने की बात कही, तीसरे दिन वो वापस आ गए।

अलग होने के डर से पिया हार्पिक

लेकिन युवती ने प्रेमी से अलग होने के डर से घर के बाथरूम में रखा हार्पिक पी लिया। जानकारी लगते ही परिजन उसे आनन-फानन में मुंगेली अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां कई दिनों तक इलाज चलता रहा। लेकिन सेहत में सुधार नहीं हुआ। फिर ललित उसे घर ले गया। उसके लौटते ही गांव में बैठक बुलाई गई। जिसमें युवती ने प्रेमी के साथ रहने की बात कही।

कोरबा लाते समय रास्ते में मौत

उसकी जिद के आगे हार कर माता पिता भी घर लौट गए। वो ललित के घर रह रही थी। कुछ ही दिनों बाद उसकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई। उसने अपने माता-पिता को बुलाने कहा। जिस पर वो घर पहुंचे और बेटी को कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आए, तब तक देर हो चुकी थी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया।

सरपंच और प्रेमी ने लिखवाया सुसाइड नोट

मृतिका के पिता ने बताया कि, बेटी के बुलावे पर वे उसके घर गए थे। तब गांव के सरपंच रवि जायसवाल समेत कुछ लोग मौजूद थे। उन्होंने बीमार बेटी से हार्पिक पीने के बारे में पूछताछ की। वो जो बता रही थी, उसे उससे ही लिखवाया गया। जिसमें उसे कुछ भी होने पर खुद की जवाबदारी होने की बात का उल्लेख कराया गया।

मृतिका के पिता महेतरा पात्रे पुलिस को बयान देते हुए।

मृतिका के पिता महेतरा पात्रे पुलिस को बयान देते हुए।

पुलिस ने दर्ज किया परिजनों का बयान

जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजुर के अनुसार, मेडिकल कॉलेज से मिले मेमो के आधार पर मृतिका के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। मर्ग डायरी मुंगेली के लालपुर थाने में भेजी जाएगी। फिलहाल, पीएम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। इससे संबंधित सभी लोगों से पूछताछ की जाएगी।