रायपुर में आंधी-बारिश से होर्डिंग गिरे, घरों की छत टूटी: छत्तीसगढ़ में कई जिलों के लिए यलो-ऑरेंज अलर्ट जारी; 2 दिन पहले पहुंचा मानसून…

Last Updated on 6 months by City Hot News | Published: June 9, 2024

रायपुर// छत्तीसगढ़ के कई जिलों में दोपहर बाद मौसम ने करवट ले ली है। रायपुर सहित कई जिलों में तेज हवाएं चलने और गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हो रही है। इसके चलते रायपुर में होर्डिंग गिर गए, एस्बेस्टस शीट कई घरों की छत टूट गई और अंदर पानी भर गया। इससे लोगों का काफी नुकसान हुआ है। कई जगह पेड़ गिरने से रोड भी जाम हुए हैं।

तेज हवा के साथ बारिश, कई जगह होर्डिंग और टीन की छतें गिरीं - Dainik Bhaskar

तेज हवा के साथ बारिश, कई जगह होर्डिंग और टीन की छतें गिरीं

बारिश को लेकर मौसम विभाग ने यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसे प्री-मानसून की बारिश बताया जा रहा है। प्रदेश में दो दिन पहले ही सुकमा के रास्ते दक्षिण-पश्चिम मानसून की एंट्री हो गई है। आमतौर पर प्रदेश में 10 जून को मानसून की एंट्री होती है।

मानसून के आते ही बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। अगले 3 दिनों में सुकमा से आगे बढ़ते हुए मानसून रायपुर पहुंचेगा। पिछले साल छत्तीसगढ़ में मानसून देरी से पहुंचा था। इस साल प्रदेश में औसत से ज्यादा बारिश की उम्मीद है।

रायपुर में झमाझम बारिश से बिगड़े हालात, देखिए तस्वीरें

तेज आंधी के बाद कई जगह पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए। रायपुर के वीआईपी रोड पर करीब तीन जगह पेड़ गिरने से घंटों जाम लगा रहा। जेसीबी की मदद से रास्ता साफ किया गया।

तेज आंधी के बाद कई जगह पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए। रायपुर के वीआईपी रोड पर करीब तीन जगह पेड़ गिरने से घंटों जाम लगा रहा। जेसीबी की मदद से रास्ता साफ किया गया।

रायपुर में तेज आंधी के कारण न्यू राजेंद्र नगर अमलीडीह में कई मकानों के घर की छत उड़ गई। घरों में रखे सामान और बाकी चीजें पानी मे भीगीं।

रायपुर में तेज आंधी के कारण न्यू राजेंद्र नगर अमलीडीह में कई मकानों के घर की छत उड़ गई। घरों में रखे सामान और बाकी चीजें पानी मे भीगीं।

रायपुर में तेज हवाओं और बारिश के साथ प्री-मानसून ने दी दस्तक।

रायपुर में तेज हवाओं और बारिश के साथ प्री-मानसून ने दी दस्तक।

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

इन जिलों में बारिश का यलो अलर्ट : अगले 3 घंटों में जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, सूरजपुर, सरगुजा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और तेज हवा के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

इन जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट : अगले 3 घंटों में बालोद, बलौदाबाजार, बस्तर, बेमेतरा, दंतेवाड़ा, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, कबीरधाम, कांकेर, केसी गंडई, महासमुंद, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, रायपुर, राजनांदगांव, सुकमा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और सतही हवा के साथ मध्यम गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

शनिवार को ऐसा रहा तापमान

छत्तीसगढ़ में ज्यादातर जिलों मे तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच बना हुआ है। रायपुर में दिन का तापमान 40.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री कम था। वहीं, जगदलपुर में तापमान 34.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री कम था। बिलासपुर में 41.6 डिग्री, अंबिकापुर में 40 दुर्ग में एक 40.02 और राजनांदगांव में 40 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में यलो अलर्ट

मौसम विज्ञानी गायत्री वानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच चुका है। अब आगे चलकर यह रायपुर और पूरे प्रदेश में पहुंचेगा। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है । रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में अगले दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। 10 जून तक थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी में गिरावट देखने को मिलेगी।

जगदलपुर में पारा समान्य से नीचे

बस्तर संभाग के जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बारिश के कारण दिन का तापमान सामान्य के कम हो गया है। शनिवार को जगदलपुर में दिन का तापमान 34.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से करीब 2.1 डिग्री कम है। वहीं, बस्तर में तापमान 34.2°C, नारायणपुर में 34.8°C, बीजापुर में 34.9 °C और दंतेवाड़ा में 35.8 डिग्री रहा।

ऐसे होती है मानसून आने की घोषणा

मौसम विज्ञान केंद्र मानसून की घोषणा तब करता है, जब क्षेत्र के 80 फीसदी हिस्से पर औसत दो मिलीमीटर से ज्यादा की बारिश हो। उस दौरान मानसून की घोषणा की जाती है। प्रदेश में बस्तर संभाग में पिछले दिनों में 2 मिली मीटर से ज्यादा बारिश हुई है।

इस साल समय पर मानसून पहुंचा है। ऐसे में किसान भी अपनी तैयारी में जुट गए हैं।

इस साल समय पर मानसून पहुंचा है। ऐसे में किसान भी अपनी तैयारी में जुट गए हैं।

समय पर बारिश होने से सितंबर तक फसल तैयार होती है

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 100 से 110 दिन में पकने वाली फसल लगाई जाती है। समय पर बारिश शुरू होने से कृषि कार्य भी तय समय से शुरू हो जाते हैं, तो सितंबर के अंत तक फसल तैयार हो जाती है । इस साल समय पर मानसून पहुंचा है। ऐसे में किसान भी अपनी तैयारी में जुट गए हैं।