SECL में नियोजित ठेका कंपनी की गुंडागर्दी: कोरबा में कर्मचारी के साथ गाली-गलौज और अभद्रता, अधिकारी ने की जान से मारने की कोशिश…
Last Updated on 6 months by City Hot News | Published: May 18, 2024
कोरबा// कोरबा के पाली में संचालित SECL परियोजना में लगे ठेका कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा किए जा रहे मनमानी और अभद्रता के खिलाफ मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिक नेताओं ने शुक्रवार को मानिकपुर स्थित जीएम कार्यालय पहुंचे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
दरअसल, पाली में संचालित SECL की सरायपाली कोल परियोजना में स्टॉरेक्स मिनरल्स की ठेका कंपनी नियोजित हैं। शुक्रवार को ओवरमैन के पद पर पदस्थ SECL कर्मी कृष्ण कुमार तिवारी के साथ कंपनी के अधिकारी अभिषेक सिंह ने अभद्रता की। अधिकारी अभिषेक सिंह शराब के नशे में पहुंचा था। इस घटना के बाद श्रमिक संगठनों में आक्रोश फैल गया।
मजदूरों पर नियमों के विपरित काम करने का दबाव
श्रमिकों का कहना है कि ठेका कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा खदान के भीतर काम करने वाले मजदूरों पर नियमों के विपरित काम करने का दबाव बनाया जा रहा है। वहीं ऐसा नहीं करने पर उनके साथ गाली गलौज, मारपीट करने के साथ ही जान से मारने का प्रयास भी किया जा रहा है।
हादसे की आशंका की जानकारी देने पर मारने की कोशिश
शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार तिवारी ने बताया कि नाइट शिफ्ट में ड्यूटी के दौरान निजी कंपनी का लीडर खराब पड़ा हुआ था। वह दूसरे टिप्पर से काम कर रहा था, जो नियम विरुद्ध था। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था।
इसकी जानकारी होने पर अभिषेक सिंह अपने स्कॉर्पियो वाहन में आया और उसके ऊपर चढ़ाने की कोशिश कर रहा था। किसी तरह उसने अपनी जान बचाई। इसका विरोध करने पर उसके द्वारा गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी गई।
निजी कंपनी के खिलाफ हो कार्रवाई- श्रमिक नेता
श्रमिक नेता दीपेश मिश्रा ने बताया कि इस तरह से निजी कंपनी की गुंडागर्दी नहीं चलेगी। इसकी शिकायत पाली थाना पुलिस से भी की गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसे लेकर उन्होंने मानिकपुर जीएम को पत्र लिखा है कि निजी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उसे हटाया जाए।
शुक्रवार को वरिष्ठ श्रमिक नेता दीपेश मिश्रा के साथ बड़ी संख्या में श्रमिक नेता मानिकपुर स्थित जीएम कार्यालय पहुंचे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। श्रमिक नेताओ ने कार्रवाई नहीं होने की स्थित में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। इस संबंध में पाली थाना के साथ ही सरायपाली उपक्षेत्रीय कार्यालय में भी शिकायत की गई है।