कोरबा में पुलिस ने बैंकों का किया औचक निरीक्षण: ग्राहकों और प्रबंधन को दी चेतावनी, लूट और ठगी से सतर्क रहने दी समझाइश…

Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: March 1, 2024

कोरबा// कोरबा जिले में पुलिस ने गुरुवार की दोपहर बैंकों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बैंक में आए ग्राहक और प्रबंधन को लूट और ठगी से बचने के लिए पुलिस ने चेतावनी दी। बता दें कि इस समय धान खरीदी की राशि निकालने किसान व ग्रामीण बैंकों में पहुंच रहे हैं।

दरअसल, धान खरीदी पूरी होने के बाद किसानों के खाते में धनराशि ट्रांसफर कर दी गई है। इसके आहरण करने की व्यवस्था जिला केंद्रीय सहकारी बैंक की शाखा में है। पिछले कुछ दिनों से इस बैंक में अनाज उत्पादक वर्ग की भीड़ बहुत ज्यादा हो रही है। जबकि वैवाहिक सीजन होने के कारण लोग अपनी जरुरत को पूरा करने के लिए अन्य वित्तीय संस्थानों में उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।

उठाईगिरी ​​​​​​​के लिए गिरोह सक्रिय

ऐसे में लूट और ठगी को अंजाम देने गिरोह भी सक्रिय हैं। भीड़ का फायदा लेकर उठाईगिरी अपने मंसूबे को कामयाब भी कर सकते हैं। इसके चलते पुलिस के लिए अपराध को लेकर सजग रहना और लोगों को जागरुक रखना चुनौती बनी हुई है।

सरकारी और निजी बैंकों के साथ-साथ एटीएम का निरीक्षण

इस बात को ध्यान में रखकर पुलिस अधीक्षक ने आसपास के थाना और चौकी प्रभारी को सरकारी और निजी बैंकों के साथ-साथ एटीएम में ध्यान रखने को कहा है। इन संस्थानों में सुरक्षा को लेकर क्या कुछ प्रबंध किए गए हैं और किस प्रकार की व्यवस्था है यह देखने की जिम्मेदारी पुलिस की है।

कोतवाली पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को आसपास के बैंक में पहुंचकर वहां का मुआयना किया। इस दौरान देखा गया कि बैंकों में लगे सीसीटीवी कैमरे और सायरन ठीक तरह से काम कर रहे हैं या नहीं। कोतवाली थाना पुलिस ने एएसई अजय सिंह के नेतृत्व में सबसे पहले बस स्टैंड स्थित सहकारी बैंक पहुंची।

थैला और गमछी में लेकर जा रहे थे रुपए, पुलिस ने दी समझाइश

सहकारी बैंक में किसान धान कटाई और बिक्री के बाद काफी संख्या में बैंक पहुंचे हुए थे। इस दौरान देखा गया कि किसान पैसा निकाल कर थैला और गमछी में लेकर जा रहे थे। ऐसे लोगों को पुलिस ने रुपयों को सावधानी से रखने को लेकर समझाइश दी। वहीं टीम अचानक एस एस प्लाजा के सामने सेंट्रल बैंक पहुंची।

इस दैरान वहा भी बेतरतीब ढंग से लोग खड़े थे। वही कई लोग ऐसे थो जो बिना काम के आए हुए थे, उनसे भी पुलिस ने अपने तरीके से पूछताछ की। वहीं बैंक प्रबधन को कोई घटना होने पर सायरन बजाने को लेकर समझाइश दी गई।