युवक को ढूंढने प्रशासन ने मोड़ा नदी का रुख:अंडर-वाटर कैमरा लगाया, टनल से निकाला पानी; बलरामपुर में 12 दिन बाद मिला शव…
Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: March 1, 2024
बलरामपुर//छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में गागर नदी में डूबे युवक का शव शुक्रवार को बरामद कर लिया गया। युवक की तलाश के लिए प्रशासन ने नदी का रुख मोड़ दिया। पानी निकालने के लिए मोटर का इस्तेमाल किया गया और अंडर वाटर कैमरे की मदद ली। मामला राजपुर थाना क्षेत्र का है।
ग्राम धंधापुर निवासी पहाड़ी कोरवा आमिर साय (30) 18 फरवरी को पत्नी के साथ लकड़ी बीनने के लिए जंगल में गया था। लौटते समय वह गागर नदी में नहाने गया। वहां मछली देख पकड़ने में लग गया। उसने दो मछलियां पकड़ीं। इसके बाद फिर नदी में कूदा तो नहीं लौटा।
रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम।
जहां कूदा वहां कुएं नुमा गड्ढा और सुरंग
जब काफी देर पति नहीं लौटा तो पत्नी ने आसपास के लोगों को सूचना दी। उन्होंने काफी देर तक आमिर को तलाश किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। लोगों ने बताया कि जहां पर युवक कूदा था, वहं कुएं नुमा गड्ढा है और अंदर सुरंग है।
6 दिन सफलता नहीं मिली तो अंडरवॉटर कैमरा मंगाया गया
सूचना मिलने पर पुलिस ने SDRF की मदद से 19 फरवरी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जब 6 दिनों तक सफलता नहीं मिली तो अंडरवॉटर कैमरे की मदद ली गई। इसके बाद भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। हालांकि गोताखोर नदी की सुरंग में नहीं पहुंच सके।
फिर मोटर लगाकर निकाला गया पानी
रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं होने पर कलेक्टर आर एक्का और एसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने नदी को रोकने और अंदर बने गड्ढे को खाली कराने का फैसला किया। इसके बाद गुरुवार से मशीनें लगाकर पानी रोका गया और 40-40 एचपी के पंप से पानी बाहर निकालने का काम शुरू हुआ।
मौके पर पहुंची सामरी विधायक ने दी सहायता राशि।
सुरंग में अंदर फंसा था शव
शुक्रवार दोपहर तक लगातार पंप चलाकर गड्ढे का पानी निकाला गया। पानी का स्तर सुरंग से नीचे जाने के बाद गोताखोर अंदर घुसे और कुछ दूर पर कांटेनुमा तार (झग्गर) को रस्सी के सहारे फेंका गया। झग्गर में फंसकर आमिर साय का शव बाहर निकला। शव पूरी तरह से सड़ चुका था। उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
सामरी विधायक ने दी सहायता राशि
घटनास्थल पर शुक्रवार को सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा भी पहुंची। उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर तात्कालिक सहायता राशि 25 हजार रुपए दिए। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी मौके पर डटे रहे, उनकी सराहना भी विधायक ने की