गुंडागर्दी करने से मना किया तो घर में आग लगाई: मां-बेटे जिंदा जल गए, महिला की बेटी और नातिन की हालत गंभीर; आरोपी गिरफ्तार…

Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 28, 2024

बलौदाबाजार// बलौदाबाजार जिले के भैंसापसरा गांव के एक घर में आगजनी से हुई मां-बेटे की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने घर में आग लगाने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सदानंद कुमार ने मामले का खुलासा कर दिया है। घटना सिटी कोतवाली क्षेत्र की है।

एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि भैंसा पसरा गांव में कमला साहू के परिवार में बेटा सोनू, बेटी रानू और नातिन संध्या साथ रहते थे। इनके पड़ोस में करन बघेल उर्फ भुखऊ (23) और दौलत सोनवानी (26) रहते हैं। दोनों आदतन बदमाश हैं। दोनों युवक अक्सर साहू परिवार से विवाद करते थे। परिवार इन्हें गुंडागर्दी करने से मना करता था जिससे गुस्साए आरोपियों ने घर में आग लगा दी।

आरोपी अक्सर करते थे परेशान

साहू परिवार को तंग करने के लिए करन और दौलत कभी घर के बाहर सूख रहे कपड़े फाड़ देते, तो कभी गाली गलौज करते। दोनों आरोपियों को परिवार ने हुल्लड़ करने, कपड़े फाड़ने और वहां बैठने से मना किया था। जिसके बाद दोनों उस वक्त तो वहां से चले गए, लेकिन उन्होंने इसका बदला लेने का प्लान बना लिया।

आग लगाकर दरवाजा बाहर से किया बंद

24-25 फरवरी की दरम्यानी रात को आरोपियों ने मौका देखकर घर में आग लगा दी और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। आगजनी में कमला साहू (60 वर्ष) और बेटे सोनू साहू (28 वर्ष) जिंदा जल गए। वहीं कमला की बेटी रानू साहू (34 वर्ष) और नातिन संध्या साहू (10 वर्ष) गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को रायपुर में भर्ती कराया गया है।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SSP ने विशेष पुलिस टीम का गठन किया था। घटना में घायल रानू साहू ने अपने बयान में पड़ोसी करन और दौलत सोनवानी का नाम लिया। उसने बताया कि दोनों उसके परिवार से रंजिश रखते थे। घटना वाले दिन भी दोनों से विवाद हुआ था।

एसपी सदानंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अग्निकांड का पर्दाफाश किया।

एसपी सदानंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अग्निकांड का पर्दाफाश किया।

सबक सिखाने की दी थी धमकी

रानू ने बताया कि आरोपी घर के बरामदे में लगी झिल्ली और साड़ी फाड़ रहे थे। ये देखकर मां कमला ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था। जिसके बाद दोनों युवक झगड़ने लगे थे और कमला को सबक सिखाने की धमकी देकर चले गए थे

बयान के बाद पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया और उनसे कड़ाई से पूछताछ की। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। फिलहाल दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस मामले में मंत्री टंकराम वर्मा ने भी एसपी और कलेक्टर को जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए थे।

परिवार में अब बेटी और नातिन ही बचे

साहू परिवार में 4 सदस्य थे, जिनमें से‎ मां-बेटे की मौत हो चुकी है। वहीं मृतका की ‎बेटी रानू और उसकी बेटी संध्या ही बचे हैं। रानू का पति उसे ‎पहले ही छोड़ चुका है। वह आसपास काम करके ‎परिवार का भरण-पोषण करती थी। अब उसके सामने‎ और भी खराब हालात हैं, परिवार में कोई नहीं है।‎

आरोपी दौलत सोनवानी इलाके का आदतन बदमाश है।

आरोपी दौलत सोनवानी इलाके का आदतन बदमाश है।

घायल मां-बेटी का रायपुर में चल रहा इलाज

साहू परिवार काफी गरीब है और परिवार में कोई ‎ऐसा नहीं है जो उनकी मदद कर सके। पहले पड़ोस में‎ रहने वाले युवक सामने आए और बलौदाबाजार जिला ‎हॉस्पिटल में देख‎रेख कर रहे थे, लेकिन वहां बर्न यूनिट ‎नहीं होने की वजह से मां-बेटी को रायुपर रेफर कर​ दिया गया है।

24-24 फरवरी की दरम्यानी रात हुई थी आगजनी

शनिवार 24-25 फरवरी की दरम्यानी रात भैंसा‎पसरा गांव में एक मकान में आग‎ लगी थी। इसकी चपेट में आने से‎ एक ही परिवार के 4 लोग गंभीर‎ रूप से झुलस गए थे। ‎मां-बेटे जिंदा जल गए थे। वहीं, एक ‎महिला और उसकी बेटी को जिला‎ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।‎

जिस कच्चे मकान में ‎ये अग्निकांड हुआ, उसका दरवाजा बाहर से बंद था। इससे ‎परिवार के लोग बाहर नहीं निकल‎ पाए। आग लगने की सूचना‎ पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर‎ पहुंची और आग पर काबू पाया गया।‎

आग बुझाने पहुंचे स्थानीय लोगों ने‎ बताया कि रात 12.30 बजे ‎चीखने-चिल्लाने की आवाज ‎सुनकर जब हम जलते हुए मकान‎ की ओर दौड़े, तो घर का दरवाजा‎ अंदर से हिल रहा था और उसे खोलने‎ की कोशिश की जा रही थी। मगर ‎घर का दरवाजा बाहर से बंद था।‎