रायपुर समेत प्रदेशभर में 11 व्यापारियों के ठिकानों पर छापा: GST की टीम ने पकड़ी करोड़ों की टैक्स चोरी, 7 करोड़ 60 लाख रुपए कराए सरेंडर..
Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 24, 2024
रायपुर// छत्तीसगढ़ में स्टेट जीसएटी की टीम ने टैक्स चोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 3 दिन तक रायपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में 11 व्यापारियों के ठिकानों पर दबिश दी गई। छापा मारकर करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। लगभग 7 करोड़ 60 लाख रुपए का टैक्स मौके पर ही पकड़कर उसे सरेंडर करवाया गया।
न केवल आई टी टूल्स का प्रयोग कर चोरी पकड़ने में किया जा रहा है बल्कि ई-वे-बिल की जांच के आधार पर भी कार्रवाई की जा रही है। इस बार छत्तीसगढ़ के बजट में बिजनेस इंटेलिजेंस यूनिट के गठन का भी जिक्र किया गया था। इसमे आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर टैक्स चोरी रोकने के साथ पारदर्शिता बढ़ाने पर काम किया जाएगा।
11 कारोबारियों के ठिकानों पर छापा
जानकारी के मुताबिक, रायपुर के साथ दुर्ग, रायगढ़, जांजगीर और मनेन्द्रगढ़ में छापा मारा गया है। यहां 11 व्यापारियों RAIS पेट्रोलियम रायपुर, ए. एस. माइनिंग मनेन्द्रगढ़, स्काइ अलोय एंड पावर लिमिटेड रायगढ़, केंडिड सिक्योरिटी रायपुर, पिलानिया स्टील दुर्ग, पिलानिया इंडस्ट्रीज़ दुर्ग, रेफ़ेक्स इंडस्ट्रीज़ जांजगीर, अग्रवाल स्टील एंड पाइप रायपुर, श्याम स्टील इंडस्ट्रीज़ रायपुर, ईश्वर इस्पात, रायपुर एवं ईश्वर टीएमटी के यहां कार्रवाई हुई है।
7.60 करोड़ कराए गए सरेंडर
करीब 7 करोड़ 60 लाख रुपए का टैक्स मौके पर ही पकड़कर उसे सरेंडर करवाया गया। टीम की ओर से ई-वे बिल जांच की कार्रवाई भी की जा रही है।केवल फरवरी माह में ही अब तक टीमों द्वारा रायपुर संभाग में 33, बिलासपुर संभाग में 34 और दुर्ग संभाग में 9 गाड़ियों को ई वे बिल मे अनियमितता पाये जाने पर जब्त किया गया है। इनमे से 28 गाड़ियों से लगभग 57 लाख रु की पेनाल्टी भी वसूल की जा चुकी है। बोगस फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है।
रायपुर के कारोबारियों पर बड़ा एक्शन
RAIS पेट्रोलियम रायपुर के ठेकेदारों का बिटुमिन सप्लाई करने और ट्रांसपोर्ट का भी व्यवसाय है। इनके द्वारा आईटीसी का बोगस क्लेम अपने रिटर्न में किया गया था। इन्ंहोने लगभग ढाई करोड़ रुपए कम टैक्स जमा करना कबूल किया है। साथ ही 1 करोड़ रुपए मौके पर ही सरेंडर किए हैं। वहीं रायपुर के ही केंडिड सिक्योरिटी सर्विसेस ने भी अपने रिटर्न में टैक्स जमा नहीं किया था। छापा मारे जाने पर करीब 3.5 करोड़ रु का टैक्स नहीं जमा किया जाना कबूल किया और 1 करोड़ रुपए मौके पर ही जमा किया गया।
श्याम स्टील इंडस्ट्रीज़, ईश्वर इस्पात और ईश्वर टीएमटी की ओर से कच्चे में स्क्रैप की खरीदी कर सरिया बनाया जा रहा था और जी एस टी की चोरी की जा रही थी। श्याम स्टील इंडस्ट्रीज ने 5 करोड़ रुपए कम GST जमा किए थे। कार्रवाई के बाद 3 करोड़ रूपए टैक्स मौके पर ही जमा कराया गया। इसी तरह ईश्वर इस्पात ने 46 लाख रूपए और ईश्वर टीएमटी ने भी 1.25 करोड़ रूपए का टैक्स तत्काल जमा किया है।