303 करोड़ के रेल फ्लाईओवर में कल से दौड़ेंगी ट्रेनें: PM मोदी 583 करोड़ के प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे; VC के जरिए लोगों से जुड़ेंगे…

Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 23, 2024

चार दिन पहले भी PM मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए भिलाई में IIIT  का किया था लोकार्पण। - Dainik Bhaskar

चार दिन पहले भी PM मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए भिलाई में IIIT का किया था लोकार्पण।

बिलासपुर।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 303 करोड़ से बने फ्लाई ओवरब्रिज और भिलाई में 280 करोड़ की लागत से निर्मित 50 मेगावॉट सोलर प्लांट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़ के तहत प्रदेशभर के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।

इसमें पीएम मोदी केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीधी बात करेंगे और भाजपा के कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच सरकार की योजनाओं को लेकर अपनी बात भी रखेंगे। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा।

पीएम मोदी केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सीधी बात करेंगे।

पीएम मोदी केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सीधी बात करेंगे।

सत्ताधारी दल भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह जुट गई है। केंद्र और राज्य सरकार की सक्रियता भी इसी अंदाज में दिखने लगी है। भाजपा के केंद्रीय नेताओं और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों का दौरा भी शुरू हो गया है। गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जांजगीर में जनसभा लेकर लोकसभा चुनाव का शंखनाद भी कर दिया है।

सभा के बाद कलस्टर प्रभारियों और संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ मीटिंग और कोंडागांव में लोकसभा कलस्टर प्रभारियों और संगठन के नेताओं की मीटिंग कर उन्होंने बता दिया है कि भाजपा की चुनाव में क्या रणनीति रहेगी।

उनकी सभा के बाद पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के हितग्राहियों को संबोधित करेंगे। हितग्राहियों के साथ ही कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के बीच अपनी बात रखेंगे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी लाभार्थी सम्मेलन के जरिए लोगों को चुनावी मोड में लाने और भाजपा के प्रति रुझान को लेकर अपनी बात रखेंगे।

चार दिन में पीएम का दूसरा कार्यक्रम

पिछले चार दिन के भीतर यह दूसरा मौका है, जब पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ में विकास परियोजना का लोकार्पण करने जा रहे हैं। 20 फरवरी को भिलाई में IIIT का लोकार्पण भी उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था।

इसके साथ ही कवर्धा और कुरूद में केंद्रीय विद्यालय के भवन का लोकार्पण किया। अब 24 फरवरी को यह आयोजन शासन स्तर पर होगा। सभी विधानसभा मुख्यालयों में कार्यक्रम होना है। बिलासपुर के संभागीय मुख्यालय में मुंगेली नाका मैदान में कार्यक्रम होगा।

पीएम मोदी की कार्यक्रम के लिए सभी विधानसभा में की जा रही तैयारियां।

पीएम मोदी की कार्यक्रम के लिए सभी विधानसभा में की जा रही तैयारियां।

बिलासपुर-उसलापुर फ्लाईओवर राष्ट्र को करेंगे समर्पित

रेलवे ने बिलासपुर से उसलापुर के बीच 10.4 किमी लंबी रेल फ्लाईओवर का निर्माण किया है। 303 करोड़ रुपए की लागत से बने फ्लाईओवर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है। निर्माण पूरा होने के बाद स्थानीय स्तर पर रेलवे की टीम ने इसका निरीक्षण किया। जिसके बाद रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर ने फ्लाईओवर की जांच की। अब इसमें ट्रेनों के परिचालन की स्वीकृति मिल चुकी है।

ट्रायल के तौर पर फ्लाईओवर में मालगाड़ियां चलाई जा रही है। 24 फरवरी को दोपहर 12.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। रेलवे प्रशासन समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है। कार्यक्रम में जोन व मंडल के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे।

परिचालन शुरू होने से अब अप लाइन हावड़ा की ओर से आकर कटनी दिशा की ओर जाने वाली मालगाड़ी इस मार्ग से अविलंब उसलापुर होकर कटनी की ओर जा सकेंगी। इतना ही नहीं बिलासपुर-रायपुर-बिलासपुर दिशा की ट्रेनों को नियंत्रित भी नहीं करना पड़ेगा।

गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जांजगीर में विजय संकल्प रैली की सभा को संबोधित किया।

गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जांजगीर में विजय संकल्प रैली की सभा को संबोधित किया।

50 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का भी करेंगे लोकार्पण

पीएम मोदी फ्लाईओवर के साथ भिलाई में निर्मित 280 करोड़ रुपए के 50 मेगावॉट सोलर प्लांट का भी लोकार्पण करेंगे। रेलवे का मुख्य कार्यक्रम भिलाई में ही होगा। 280 करोड़ के इस प्लांट से क्लीन एनर्जी का विकास होगा। इससे कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में हर साल 86,000 टन की कमी आएगी।

इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे से निपटने में यह सोलर पावर प्लांट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारतीय रेल की ऊर्जा आवश्यकता की आपूर्ति के साथ-साथ यह सोलर पावर प्लांट राजस्व की बचत करेगा।

कलेक्टर ने अफसरों को सौंपी जिम्मेदारी

कलेक्टर अवनीश शरण ने बीते बुधवार को अधिकारियों की बैठक लेकर समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने समारोह को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। विकसित भारत योजना के अंतर्गत समारोह में स्टॉल भी सजाए जाएंगे।

योजनाओं की उपलब्धियों के साथ छूटे हुए लोगों को योजनाओं से जोड़ा जाएगा। मुख्य मंच पर एलईडी टीवी के जरिए प्रधानमंत्री के संबोधन का लाइव प्रसारण देखा जा सकेगा।

पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारी को लेकर कलेक्टर ने अफसरों को जिम्मेदारियां दी है।

पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारी को लेकर कलेक्टर ने अफसरों को जिम्मेदारियां दी है।

बहतराई इंडोर स्टेडियम में भी कार्यक्रम

बेलतरा विधानसभा क्षेत्र का कार्यक्रम बहतराई इंडोर स्टेडियम में होगा। मुख्य समारोह में जिला स्तरीय अधिकारी और विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉक स्तरीय अधिकारी शामिल होंगे। कार्यक्रम में विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी होगा।

600 करोड़ की योजना का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऊर्जा छत्तीसगढ़ में कोयला मंत्रालय के अंतर्गत कोल इंडिया की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की तीन प्रमुख फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। यह परियोजनाएं 600 करोड़ रुपये से अधिक की हैं और तेज, पर्यावरण अनुकूल और कुशल मशीनीकृत कोयला निकासी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

एसईसीएल के दीपका क्षेत्र स्थित दीपका ओसीपी कोल हैंडलिंग प्लांट 211 करोड़ रुपये से अधिक लागत की एक प्रमुख परियोजना है। वार्षिक 25 मीट्रिक टन की कोयला हैंडलिंग क्षमता के साथ इस परियोजना में 20,000 टन की ओवरग्राउंड बंकर क्षमता और 2.1 किमी लंबी कन्वेयर बेल्ट है, जो प्रति घंटे 4,500 – 8,500 टन कोयले की तेजी से लोडिंग की सुविधा प्रदान करती है।

इसके अतिरिक्त यह परियोजना गड्ढे और रेल साइडिंग के बीच सड़क आधारित कोयले की आवाजाही को कम करके पर्यावरण अनुकूल परिवहन सुनिश्चित करेगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगेगा। इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा बल्कि रेक लोडिंग का समय एक घंटे से भी कम हो जाएगा और परिचालन दक्षता भी बढ़ेगी।