‘बेटी से मिलवा दो वरना इच्छा मृत्यु दे दो’: राज्यपाल से महिला ने लगाई गुहार, कहा- पति ने मारपीट कर घर से निकाला…

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: December 28, 2023

रायपुर// छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पास एक महिला ने अपनी 5 साल की बेटी से मिलने के लिए गुहार लगाई है। महिला का कहना है कि उन्हें उनकी बेटी से मिलवा दो वरना इच्छा मृत्यु दे दो। शिकायत में महिला ने अपने पति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसमें उन्होंने पति पर मारपीट करने और धक्के मारकर घर से निकालने की बात कही है।

महिला का आरोप है कि, पति 5 साल की बेटी को उससे मिलने नहीं दे रहा और बच्ची दहशत में जिंदगी जी रही है। हालांकि पति-पत्नी के बीच इस पूरे विवाद की सुनवाई अभी रायपुर कोर्ट में जारी है। वहीं महिला को अज्ञात लोगों से धमकी भी मिली है कि साहब की पहचान बड़े लोगों से है। वह चाहे कुछ भी कर ले उसे बच्चा नहीं मिलेगा।

महिला ने राज्यपाल और पुलिस SP को पत्र लिखा है।

महिला ने राज्यपाल और पुलिस SP को पत्र लिखा है।

किसी महिला के कारण हुआ विवाद

रायपुर के बैरनबाजार PWD कॉलोनी की रहने वाली राखी सिन्हा ने बताया कि उनके पति अभिनव श्रीवास्तव के साथ शादी के कुछ समय बाद ही पारिवारिक होने लगा था। 19 अक्टूबर को फिर मेरे पति की एक निकट संबंधी महिला के कारण घर में लड़ाई हुई। इसके बाद उन्होंने मेरे साथ मारपीट की और घर से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। साथ ही उन्होंने 5 साल की बेटी को अपने कस्टडी में रख लिया है। वे उसे लेकर अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं।

शुरुआत में बेटी से मिलने से मना किया

आगे पीड़ित महिला ने बताया कि इस घटना के बाद मेरे पति मुझे बेटी से मिलने नहीं दे रहे थे। वे यहीं अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे थे इस बात कि मुझे जानकारी भी नहीं थी। कुछ दिन बाद मुझे ये बात कहीं से पता चली लेकिन बेटी से मुलाकात नहीं हो सकी। मैं लगातार अपनी बेटी से मिलने के लिए तिल-तिल कर तड़प रही थी।

महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया

इसके बाद पीड़िता महिला आयोग और महिला थाने पहुंची। इसके बाद महिला आयोग ने पति को बेटी से हर 15 दिन में मुलाकात करवाने का आदेश दिया। महिला ने अपनी बेटी से हर दिन फोन में बात करने की इच्छा जाहिर की लेकिन आयोग ने इस संबंध में कोई फैसला नहीं दिया।

सरेआम अज्ञात लोगों ने दी महिला को धमकी

यह मामला एसडीएम कोर्ट में लंबित है। महिला का आरोप है कि सुनवाई के पहले ही 10 दिनों से उसे सरेआम अज्ञात लोग धमकी दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि तू अभिनव साहब का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी उनकी बहुत पहचान है। उनके रिश्तेदार उच्च पदों पर बैठे हुए हैं। उनकी सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, राज्यपाल और पुलिस के बड़े अफसरों से पहचान है। तुझे बच्चा हासिल नहीं होगा।

बच्ची को मेरे खिलाफ भड़का रहे हैं

महिला ने कहा कि, आज मेरी बेटी को भी वे लोग मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। उसे मेरे खिलाफ भड़का रहे हैं। जिससे वह बहुत ज्यादा दहशत में है। बहुत डरी-सहमी है। मुझे बच्चा चाहिए मैं उसके बिना जिंदा नहीं रह सकती। उन्हें न्याय चाहिए।

महिला ने बताया कि जब उन्होंने अपने पति से बच्चे की कस्टडी सौंपने की बात कही। तो उसके पति ने कहा कि, कोर्ट से ले लो। महिला का कहना है कि कोर्ट में मामला महीना सालों तक पेंडिंग रहता है। आखिर मैं कब तक अपने बच्चे से दूर रह पाऊंगी।

राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग

इस मामले में महिला ने राज्यपाल को भी लेटर दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बच्ची से उन्हें रोज बात नहीं कराई जा रही है। अपनी बेटी के बिना वो नहीं रह सकती। उन्होंने निवेदन किया है कि उनकी बेटी को वापस दिलाया जाए या फिर उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दी जाए। इस संबंध में उन्होंने रायपुर पुलिस अधीक्षक को भी पत्र सौंपा है।