ड्राइवर के घर से ED ने जब्त की ढाई करोड़: पड़ोसी बोला- अभी 1 किलो चावल के पैसे नहीं थे, अचानक करोड़ों कैसे आ गए…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: November 3, 2023
भिलाई// प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने गुरुवार शाम भिलाई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले एक कार चालक के घर पर छापा मारा। देर रात तक चली इस छापेमारी में ढाई करोड़ रुपए जब्त किए गए। मामले में पड़ोसी दुकानदार बोला- अभी उसकी पत्नी एक किलो चावल उधार में लेकर गई, अचानक करोड़ों रुपए कहां से आ गए।
किराए के मकान में रहने वाले कार चालक के घर से ढाई करोड़ रुपए जब्त।
भास्कर की टीम जब मौके पर पहुंची तो किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि हाउसिंग बोर्ड के ब्लॉक नंबर-15 क्वॉर्टर नंबर-15 में रहने वाले असीम दास उर्फ बब्बा के घर इतनी बड़ी रकम मिली है। दरअसल ये वह कॉलोनी है जहां गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले या मध्यम वर्गीय लोग रहते हैं।
बब्बा भी इसी तीन मंजिला जर्जर इमारत में वन बीएचके मकान में सालों से रहता है और कार चलाता है। बिल्डिंग के नीचे स्थित अग्रवाल किराना दुकान के संचालक ने बताया कि गुरुवार तक बब्बा के पास चावल खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। उसकी पत्नी एक किलो चावल उनके दुकान से उधार लेकर गई है। अचानक उसके पास इतने पैसे कैसे आ गए।
दिल्ली पासिंग वह कार जिससे ईडी की टीम आई थी।
वहीं कुछ दूर पर स्थित दूसरे किराना दुकान वाले से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बब्बा काफी सीधा और गरीब था। उसके पास सिगरेट खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। उधार सिगरेट लेकर जाता तो कई दिन तक दिखाई नहीं देता था कि कहीं उससे उधारी के पैसे न मांगने लगूं। लोग में यही चर्चा हो रही है कि अचानक उसके पास इतने रुपए आए कहां से।
वह घर जहां से मिले रुपए, ईडी ने मकान को किया सील।
घर का ताला तोड़कर घुसी ईडी की टीम
ईडी के करीब 6-7 अधिकारी दिल्ली पासिंग कार DL 1 CAG 9199 से गुरुवार शाम यहां पहुंचे। उससे पहले ही असीम ने अपनी पत्नी और बच्चे को कहीं भेज दिया था और खुद फरार हो गया था। जब ईडी की टीम असीम दास के घर पहुंची तो वहां ताला लगा था।
इसके बाद अधिकारियों ने पड़ोस में रहने वाली एक लड़की को बुलाया। उसके सामने वीडियो रिकॉर्डिंग में घर का ताला तोड़ा और अंदर तलाशी लेने पहुंची। तलाशी के दौरान बेड के नीचे उन्हें नोटों के बंडल मिले। ईडी असीम और उसके परिवार की तलाश कर रही है।
नोट गिनने के लिए बैंक से मंगाई गई थी नोट काउंटिंग मशीन।
नोट गिनने के लिए बैंक से मंगवानी पड़ी मशीन
काफी मात्रा में नोट देखने के बाद ईडी के अधिकारी एसबीआई की इंडस्ट्रियल एरिया हाउसिंग बोर्ड ब्रांच पहुंचे। वहां से नोट गिनने की मशीन लेकर आए। उन्हें पूरे नोट गिनने में करीब 4-5 घंटे लगे। गवाहों के मुताबिक ईडी ने कमरे से ढाई करोड़ रुपए जब्त की है। इसमें पांच-पांच सौ रुपए और 200 और 100 के नोटों के बंडल थे। ईडी की टीम रात करीब 12 बजे नोट लेकर यहां से रायपुर के लिए रवाना हुई।
नोटों से भरा बैग लेकर जाती हुई ईडी की महिला अधिकारी।
गुरुवार को दिन में ही आए थे सारे पैसे
असीम दास के पड़ोसियों से जब बात की तो पता चला कि ये नोट 2 नवंबर को दोपहर को ही आए हैं। तीन लड़के दोपहर में तीन अलग-अलग बैग लेकर आए। उसके बाद वो एक बोरी लेकर आए। बैग और बोरी कमरे में रखने के बाद वो ताला लगाकर वहां से चले गए। उसके कुछ घंटे बाद वहां ईडी का छापा पड़ा।
कार्रवाई के दौरान कई घंटे तक मोहल्ले में लगी रही लोगों की भीड़।
सबसे बड़ा सवाल आखिर किसके हैं ये रुपए
ईडी की टीम ढाई करोड़ रुपए वन बीएचके क्वॉर्टर से जब्त करके ले गई। अब सभी के मन में सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये रुपए किसके थे। कहां से आए ये रुपए। कोई इसे चुनावी पैसा बता रहा है तो कोई कह रहा है कि ये सट्टा ऐप का पैसा है। असीम खुद सट्टे का पैनल चलाता था। दीपक नेपाली से उसके तार जुड़े थे। ये रुपए दीपक नेपाली के ही थे।
ईडी के अधिकारियों ने चस्पा किया नोटिस।
हाथ मलती रह गई दुर्ग पुलिस
जैसे ही जामुल पुलिस को पता चला कि हाउसिंग बोर्ड में ईडी की रेड पड़ी है और वहां कई करोड़ रुपए मिले हैं तो उनके होश उड़ गए। सभी यह कह रहे थे कि अगर ये रुपए दुर्ग पुलिस पकड़ती तो बड़ी कामयाबी होती।