कोरबा में मछली के जाल में फंसी युवती की लाश: हुलिया-कपड़े से पिता ने की पहचान; 6 महीने पहले तमिलनाडु के लिए निकली थी…

कोरबा// कोरबा जिले की हसदेव नदी के डुबान क्षेत्र में मछली पकड़ने वाले जाल में एक युवती की लाश फंसी मिली है। युवती की पहचान लिली राज (35 वर्ष) के रूप में हुई है। लिली 6 महीने पहले तमिलनाडु जाने के लिए निकली थी। पिता ने हुलिया और कपड़े से लड़की की पहचान की। मामला कोरबी पुलिस चौकी क्षेत्र के चारपारा की है।

कोरबा जिले की हसदेव नदी में मछुआरे के जाल में युवती की लाश फंस गई।
जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम को झिनपुरी में शिवकुमार आयम ने हसदेव नदी में मछली पकड़ने के लिए जाल लगाया था। मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे जाल निकालने पर मछली की जगह युवती की लाश निकल आई। शिवकुमार ने गांव लौटकर घटना की जानकारी सरपंच को दी।
तमिलनाडु काम करने गई थी युवती
सरपंच की सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी अफसर खान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। शव को बाहर निकलवाया गया। फुलसर गांव निवासी दीप सिंह राज ने हुलिया और कपड़े के आधार पर शव को अपनी बेटी लिली राज का होना बताया। मृतका के पिता दीप सिंह राज ने बताया कि लिली तमिलनाडु में रहकर सिलाई-कढ़ाई का काम करती थी।
वो करीब 6 माह पहले अप्रैल महीने में घर आई थी। कुछ दिन रहने के बाद वो दोबारा तमिलनाडु चली गई थी। इस बीच उससे कोई बातचीत नहीं हुई। वो तमिलनाडु से कब लौटी, इसकी जानकारी भी नहीं है। ऐसे में मामला संदिग्ध लग रहा है।
बांगो से मंगाया मोटर बोट, तब निकली लाश
युवती की लाश हसदेव नदी पुल से करीब एक किलो मीटर दूर मछली के जाल में फंसी मिली है। यह जगह बहुत ज्यादा गहरी है, जहां नाव या मोटर बोट से ही पहुंचा जा सकता है। शव निकालना पुलिस के लिए चुनौती थी। ऐसे में पुलिस को बांगो से मोटर बोट का इंतजाम करना पड़ा, तब कहीं जाकर शाम चार बजे शव बाहर निकाला जा सका।
हत्या के एंगल से जांच कर रही पुलिस
पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर उसे परिजन के सुपुर्द कर दिया है। लिली की शादी नहीं हुई थी, लिहाजा प्रेम प्रसंग में हत्या के एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है।