Chankya Neeti: चाणक्‍य नीति, इन 4 का साथ देंगे तो हमेशा कष्‍टों से घिर रहेंगे आप…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: May 26, 2023

आचार्य चाणक्‍य को एक महान सलाहकार, रणनीतिकार, दार्शन‍िक माना जाता था और साथ ही वेदों व पुराणों का संपूर्ण ज्ञान प्राप्‍त था। इसी ज्ञान के आधार पर उन्‍होंने मनुष्‍य के जीवन से जुड़ी व्‍यावहाारिक बातें बताई हैं। चाणक्‍य नीति में एक श्‍लोक के माध्‍यम से बताया गया है कि यदि मनुष्‍य इन 4 चीजों का साथ देगा तो फिर वह सदैव कष्‍टों से घिरा रहेगा। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये 4 चीजें जिनसे दूर रहने की सलाह आचार्य चाणक्‍य ने दी हैं।

मूर्खशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च।
दुःखितैः सम्प्रयोगेण पण्डितोऽप्यवसीदति॥

आचार्य चाणक्‍य की नीतियों में मनुष्‍य के अच्‍छे और बुरे के बारे में बताया है। किस आपकी भलाई है और किन चीजों से आपको दूर रहने की जरूरत है, इस बारे में पर्याप्‍त ज्ञान आचार्य चाणक्‍य ने अपनी नीतियों के माध्‍यम से दिया है। उनका मानना है कि अगर व्‍यक्ति इन 4 चीजों से दूरी नहीं बनाएगी तो सदैव परेशानियों से घिरा रहेगा। आइए देखें कौन सी हैं ये 4 चीजें।

मूर्ख शिष्‍य को उपदेश

मूर्ख शिष्‍य को उपदेश

आचार्य चाणक्‍य का मानना है कि मूर्ख शिष्‍य को उपदेश देने से कोई लाभ नहीं होता है। करता वो वही है जो उसका मन करता है। यहां मूर्ख शिष्य से तात्‍पर्य उनका ऐसे लोगों से अपने आगे किसी की नहीं सुनते हैं। जो लोग किसी की बात नहीं सुनते हैं उन्‍हें किसी प्रकार का ज्ञान देना अपना समय व्‍यर्थ करने के समान हैं और जो लोग ऐसे मूर्खों के पीछे अपना समय नष्‍ट करते हैं वे सदैव कष्‍टों से घिरे रहते हैं।

ऐसी महिलाएं

ऐसी महिलाएं

आचार्य चाणक्य ने ऐसी महिलाओं को भी गलत माना है जो सिर्फ अपनी चलाती हैं और घर में किसी बात नहीं सुनती। उनका कहना है जो महिलाएं अपने परिवार को साथ लेकर नहीं चलती। पति, संतान और माता-पिता के बारे में जरा भी नहीं सोचतीं ऐसी महिलाओं से दूरी बनाकर रखने में ही समझदारी है। ऐसी महिलाएं अपने साथ-साथ उन लोगों का भी नुकसान करवा देती हैं, जो उनसे जुड़े होते हैं।

धन नष्‍ट होने के बारे में सोचना

धन नष्‍ट होने के बारे में सोचना

ऐसे लोग जो हमेशा सिर्फ पैसों के बारे में सोचते हैं यानी कि उन्‍हें सिर्फ धन के नष्‍ट होने का डर सताता रहता है और इस वजह से जरूरी कार्यों में भी खर्च करने से दूर भागते हैं। ऐसे लोग सदैव कष्‍टों से घिरे रहते हैं, क्‍योंकि वे अपना धन अच्‍छे कार्यों में नहीं लगा पाते। ऐसे लोगों का धन उनके जाने के बाद और लोग प्रयोग करते हैं। इसलिए फालतू खर्च न करें, लेकिन जहां जरूरी हो वहां अवश्‍य खर्च करें।

दुखी व्‍यक्ति

दुखी व्‍यक्ति

आचार्य चाणक्‍य ने बताया कि हमें ऐसे लोगों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए जो सदैव परेशानियां गिनाते रहते हैं और सदैव नकारात्‍मक बातें करते हैं। ऐसे लोगों के साथ रहने से कहीं न कहीं नकारात्‍मकता आपके ऊपर भी हावी होने लगती है और आप कुछ भी अच्‍छा सोच ही नहीं पाते हैं। इसलिए ऐसे लोग जो हमेशा दुखों के बारे में बात करते रहते हैं उनसे दूर रहने में ही समझदारी है।