महिला एवं बाल विकास के मैदानी अमला की तत्परता, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का समुचित क्रियान्वयन और पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों की उचित देख-भाल से कुपोषण में आई कमी…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 15, 2023
- गंभीर कुपोषित बालिका कु. जनामिका गंभीर कुपोषण की श्रेणी से हुए बाहर
बीजापुर/रायपुर(CITY HOT NEWS)//
बीजापुर जिले के बच्चों में कुपोषण की गंभीर समस्या को चुनौती देते हुए कुपोषण के विरूद्ध लड़ाई तेज कर दी गई है। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के समुचित क्रियान्वयन और विभागीय मैदानी अमलों की तत्परता से कुपोषण जैसे गंभीर परिस्थितियों को हराकर जिले के नौनिहालो में मुस्कान लौट रही है।
ऐसे ही एक प्रकरण भोपालपटनम ब्लाक के सेक्टर मद्देड़ अर्न्तगत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र तुमीरगुड़ा की है जहां दर्ज बालिका कु. जनामिका वासम जिनका जन्म 8 जनवरी 2022 को हुआ था। बच्ची का वजन जन्म के समय 2.400 किलोग्राम था, बच्ची की तबियत अचानक खराब होने के कारण गंभीर कुपोषण की श्रेणी में आ गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कविता झाड़ी ने बच्ची को कुपोषण से बाहर लाने कमर कस ली और गृह भेंट कर बच्ची का वजन लेकर गंभीर कुपोषण की श्रेणी में रखकर बच्ची की माता-पिता को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराने के लिए प्रेरित किया। फिर बच्ची की माता श्रीमती सुजाता ने सहमति देते हुए मद्देड़ स्थित पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती करायी वहां 15 दिनों तक बच्ची को पोषण आहार और समुचित देखभाल किया गया। लगातार बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार आने लगा 15 दिवस बाद जब घर आयी तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा नियमित रूप से प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्म भोजन खिलाया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अर्न्तगत पूरक पोषण आहार, अंडा, चिक्की, दलिया और नास्ते में पोहा, रेडी टू ईट खिलाया गया। वहीं गर्म भोजन में आंगनबाड़ी केन्द्र के पोषणबाड़ी से उत्पादित हरी सब्जी, लाल भाजी, पालक भाजी, दाल में मुनगा का भाजी दिया जाने लगा। सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती सावित्री कुर्रे ने भी बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने लगातार प्रयास करती रही। इस तरह बच्ची का वजन लगातार बढ़ते हुए 7.500 किलोग्राम हो गया। बच्ची अब स्वस्थ है और गंभीर कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ चुकी है। बच्ची में सुधार को देखते हुए माता-पिता में खुशी का लहर देखने को मिला बच्ची के पिता श्री नागेश वासम और माता श्रीमती सुजाता वासम ने विभागीय अमलो की तत्परता और मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का प्रशंसा करते हुए शासन और प्रशासन का हृदय से आभार व्यक्त किया।