देश के 244 शहरों में ब्लैकआउट:मॉक ड्रिल में हमले से बचने के तरीके सिखाए, युद्ध के हालात से निपटने की तैयारी..

बिहार की राजधानी पटना में शाम 7 ब्लैकआउट किया गया।

नई दिल्ली// पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने मंगलवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया।

देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट में ब्लैकआउट एक्सरसाइज हो रही है। गृह मंत्रालय ने इन जगहों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किया है। ये सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग हैं।

इससे पहले, इधर, इन 244 डिस्ट्रिक्ट में युद्ध के दौरान बचाव के तरीकों को लेकर मॉक ड्रिल हुई। इसमें लोगों, कर्मचारियों, स्टूडेंट्स को आपात स्थिति में बचाव और लोगों को निकालने के तरीके समझाए गए।

सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स को उनकी संवेदनशीलता के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया है। कैटेगरी-1 सबसे संवेदनशील और कैटेगरी-3 कम सेंसेटिव है। गृह मंत्रालय ने 5 मई को सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने के आदेश जारी किए थे।

राज्यों में ब्लैकआउट की 4 तस्वीरें….

मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई।

मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई।

अजमेर में भी ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई।

अजमेर में भी ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में भी ब्लैकआउट किया गया।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में भी ब्लैकआउट किया गया।

बिहार के पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, पटना और बेगूसराय में शाम 6.58 बजे सायरन बजा। शाम 7 बजे 6 जिलों में ब्लैकआउट किया गया।

बिहार के पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, पटना और बेगूसराय में शाम 6.58 बजे सायरन बजा। शाम 7 बजे 6 जिलों में ब्लैकआउट किया गया।

राज्यों में मॉक ड्रिल की 5 फोटोज…

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक स्कूल में सिक्योरिटी फोर्स ने बच्चों को रेस्क्यू के तरीके सिखाए।

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक स्कूल में सिक्योरिटी फोर्स ने बच्चों को रेस्क्यू के तरीके सिखाए।

विशाखापट्टनम में नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) द्वारा मॉक ड्रिल की गई। इसमें युद्ध के दौरान बचाव की तैयारी गई। कैडेट्स को सिखाया गया कि रियल टाइम में आग लगने, नुकसान जैसी स्थितियों में कैसे लोगों को निकालना है।

विशाखापट्टनम में नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) द्वारा मॉक ड्रिल की गई। इसमें युद्ध के दौरान बचाव की तैयारी गई। कैडेट्स को सिखाया गया कि रियल टाइम में आग लगने, नुकसान जैसी स्थितियों में कैसे लोगों को निकालना है।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी मॉक ड्रिल की गई। यहां साइरन बजने के साथ ही मंदिर को खाली करा लिया गया। ड्रिल में बम स्क्वॉड, मेडिकल टीम, डॉग स्क्वॉड और NDRF की टीम ने हिस्सा लिया। इस ड्रिल का मकसद श्रद्धालुओं की सुरक्षा था।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी मॉक ड्रिल की गई। यहां साइरन बजने के साथ ही मंदिर को खाली करा लिया गया। ड्रिल में बम स्क्वॉड, मेडिकल टीम, डॉग स्क्वॉड और NDRF की टीम ने हिस्सा लिया। इस ड्रिल का मकसद श्रद्धालुओं की सुरक्षा था।

गुरुग्राम को डीएवी पब्लिक स्कूल (सेक्टर -14 और 10 ए) में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। छात्रों और कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में बचाव की जानकारी दी गई। हमले से बचाव के लिए स्टूडेंट्स टेबल के नीचे छिप गए।

गुरुग्राम को डीएवी पब्लिक स्कूल (सेक्टर -14 और 10 ए) में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। छात्रों और कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में बचाव की जानकारी दी गई। हमले से बचाव के लिए स्टूडेंट्स टेबल के नीचे छिप गए।

मध्य प्रदेश के इंदौर में 56 दुकान इलाके में मॉक ड्रिल को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं, ग्वालियर में स्कूल बस और गैस टैंकर की भिड़ंत पर मॉक ड्रिल की गई।

मध्य प्रदेश के इंदौर में 56 दुकान इलाके में मॉक ड्रिल को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं, ग्वालियर में स्कूल बस और गैस टैंकर की भिड़ंत पर मॉक ड्रिल की गई।