पति ने अपनी दूसरी पत्नी को अफेयर के शक में पीट-पीटकर मार डाला, हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए 3 दोस्तों के साथ लाश को जला दिया…हाथ-पैर और खोपड़ी समेत कई कंकाल मिले…

Last Updated on 3 hours by City Hot News | Published: February 24, 2025

रायगढ़// छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पति ने अपनी दूसरी पत्नी को अफेयर के शक में पीट-पीटकर मार डाला। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए 3 दोस्तों के साथ लाश को जला दिया। गांव के लोगों को हाथ-पैर और खोपड़ी समेत कई कंकाल मिले हैं। मामला कापू थाना क्षेत्र का है।

मिली जानकारी के मुताबिक मृतिका का नाम जयमति विश्वकर्मा (40) है, जो कमरई गांव की रहने वाली थी। आरोपी पति का नाम अमृत केरकेट्टा (65) है। इसकी पहली पत्नी की पहले ही बीमारी से मौत हो चुकी है। कुछ साल पहले ही अमृत ने गांव की ही जयमति से शादी की थी।

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल, 20 फरवरी की रात को पति-पत्नी दोनों बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान अफेयर के शक को लेकर दोनों में विवाद हो गया। आरोपी पति कहने लगा कि तुम्हारा किसी और से अफेयर है। विवाद बढ़ने के बाद अमृत अपनी पत्नी को पीटने लगा।

नशे की हालत में उसने पहले लात-घूंसों से उसकी पिटाई की, फिर डंडे से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने गांव के ही तीन दोस्तों को बुलाया। इनमें मयंक यादव, श्रवण यादव और राजेंद्र केरकेट्टा शामिल हैं।

पति ने पत्नी की हत्या कर पैरा में जला दी लाश।

पति ने पत्नी की हत्या कर पैरा में जला दी लाश।

3 साथियों के साथ मिलकर लाश को जला दिया

इस दौरान चारों दोस्तों ने घर में बैठकर सबूत छिपाने के लिए साजिश रची। चारों दोस्त मिलकर लाश को खेत में ले गए। जहां बहुत सारा पैरा एकत्रित कर शव को जला दिया। इसके बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए।

21 फरवरी की सुबह गांव के चैन सिंह, धनाराम चौहान, गोपाल राठिया, चुमन राठिया और कमलधर राठिया शौच करने अखराडाड झाबर की ओर गए थे। इस दौरान उन्हें जले हुए पैरा के पास कंकाल दिखे, जिससे वह घबरा गए। गांव में आकर पुलिस को सूचना दी।

घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को गुमराह करता रहा आरोपी

कापू थाना प्रभारी नारायण सिंह मरकाम ने बताया कि सूचना मिलते ही हमारी टीम मौके पर पहुंची। जांच करने पर पता चला कि अमृत केरकेट्टा की पत्नी गायब है। अमृत केरकेट्टा से पूछताछ की गई, लेकिन वह पुलिस को गुमराह करता रहा।

पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि कंकाल जयमति विश्वकर्मा के ही हैं। पुलिस ने 24 फरवरी को अमृत केरकेट्टा को गिरफ्तार किया। साक्ष्य छिपाने में मदद करने वाले साथी फरार हैं। अमृत केरकेट्टा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने जेल भेज दिया है।