जादू-टोना के शक में बुजुर्ग की हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या….गांव के ही 7 लोगों ने वारदात को दिया अंजाम..इमली के पेड़ के नीचे सोया हुआ था मृतक…सभी आरोपी जेल दाखिल
Last Updated on 3 hours by City Hot News | Published: February 5, 2025
कांकेर// छत्तीसगढ़ के कांकेर में जादू-टोना के शक में बुजुर्ग की हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। गांव के ही 7 लोगों ने वारदात को अंजाम दिया। बुजुर्ग बाड़ी में इमली के पेड़ के नीचे सोया हुआ था, इसी दौरान आरोपियों ने उसपर हमला कर दिया।
घटना आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के मंडानार गांव का है। मृतक गांव में खेती-बाड़ी का काम करता था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है।
घटना की अगली सुबह पुलिस को मिली जानकारी
1 फरवरी को बुजुर्ग की हत्या हुई थी। घटना की जानकारी पुलिस को अगली सुबह मिली। लेकिन नक्सल इलाका और पर्याप्त बल नहीं होने के कारण पुलिस ने एक दिन बाद शव का पंचनामा तैयार किया।
आमाबेड़ा थाने में 2 फरवरी को शिकायत दर्ज कराने पहुंचे मृतक के बेटे रामसाय पोया ने बताया कि 1 फरवरी की रात 8 बजे खाना खाने के बाद उनके पिता सोमारू राम पोया (60) घर की बाड़ी में जाकर सो गए थे।
घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची पुलिस की टीम।
इमली पेड़ के नीचे खाट पर लेटा था बुजुर्ग
अगली सुबह घर की ओर ना आने पर बेटे ने जाकर देखा तो पता चला कि पिता इमली पेड़ के नीचे खाट पर लेटे थे और उनके सिर में चोंट लगी थी। खून चेहरे और नाक से बहते हुए खाट और जमीन पर गिरा था। सुबह तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी और खाट के पास ही एक लोहे की हथौड़ी खून लगी हुई पड़ी थी।
अपराध दर्ज कर तैयार की गई टीम
बेटे की शिकायत पर धारा 103 (1) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस 3 फरवरी को पंचनामा तैयार करने घटना स्थल पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम करवाने के साथ ही पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की गई।
गठित टीम ने संदेहियों से बारीकी से पूछताछ की। आरोपियों ने जादू-टोना के शक में षड्यंत्र रचकर सोमारू राम पोया की हत्या लोहा पिटने वाले हथौड़ी से करना स्वीकार किया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम-
- गणेश मातलाम (30 वर्ष)
- रमेश मातलाम (38 वर्ष)
- बुधराम मातलाम (60 वर्ष)
- सगउ राम मातलाम (32 वर्ष)
- दुरगूराम मातलाम (28 वर्ष)
- रतन सिंह मातलाम (36 वर्ष)
- लखमू राम कोरेटी (62 वर्ष)
सभी मंडानार गांव के ही रहने वाले हैं। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।