पुश्तैनी जमीन बेचकर पलंग में कार्टून में रखे 62 लाख रुपए चोरी…घटना के 22 दिन बाद FIR दर्ज…

Last Updated on 5 days by City Hot News | Published: November 16, 2024

रायपुर// रायपुर में एक घर से कार्टून में भरे 62 लाख रुपए चोरी हो गए। परिवार को पुश्तैनी जमीन बेचकर पैसे मिले थे, जो घर में पलंग के नीचे रखे थे। इसी दौरान किसी ने पैसे चुरा लिए। परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने 22 दिन तक एफआईआर दर्ज नहीं की। मामला मुजगहन थाना क्षेत्र का है।

FIR नहीं होने से परेशान पीड़ित परिवार ने छत्तीसगढ़ के DGP अशोक जुनेजा से इसकी शिकायत की। शिकायतकर्ता बालमुकुंद सोनकर ने बताया कि उनके पिता कमलनारायण सोनकर 7 भाई हैं। जिनकी मुजगहन थाना इलाके के रवेली गांव में 9 एकड़ जमीन है। इसी जमीन को करीब ढाई करोड़ में बेचा गया था।

बालमुकुंद इसमें से करीब डेढ़ करोड़ रुपए 2 कार्टून में और एक बैग में भरकर घर ले आया। उसने रकम को घर के बेडरूम में दीवान के अंदर रख दिया। 2 अक्टूबर को कर्ज चुकाने और घरेलू खर्च के लिए जब पैसे निकाले तब वहां 2 दो कार्टून रखे हुए थे। एक कार्टून में 62 लाख 61 हजार रुपए थे। वहीं दूसरे में 66 लाख रुपए थे।

नोटों से भरा एक कार्टून पार

इसके बाद जब 23 अक्टूबर को घर की महिला ने साफ सफाई के लिए दीवान को खोला तो नोटों से भरा एक कार्टून गायब था। चोरी हुए कार्टून में 62 लाख 61 हजार रुपए थे, इसके बाद परिवार के बाकी लोगों को इसकी जानकारी दी। बालमुकुंद ने अपने परिवार के सभी लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने पैसे निकालने की बात नहीं कही।

इस घटना के 22 दिन बीतने के बाद शुक्रवार को FIR दर्ज की गई।

इस घटना के 22 दिन बीतने के बाद शुक्रवार को FIR दर्ज की गई।

पुलिस ने कहा-VIP ड्यूटी है अगले हफ्ते आना

बालमुकुंद ने इसके बाद पहली शिकायत 24 अक्टूबर को मुजगहन थाने में की। पुलिस ने VIP ड्यूटी की बात कहते हुए टालमटोल कर दिया। बालमुकुंद तीन से चार बार थाने का चक्कर लगाया, लेकिन दीपावली, राज्योत्सव और केंद्रीय मंत्री की VIP ड्यूटी के बहाने रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।

बालमुकुंद सोनकर ने इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ के DGP अशोक जुनेजा से की।

बालमुकुंद सोनकर ने इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ के DGP अशोक जुनेजा से की।

DGP जुनेजा से शिकायत

परेशान होकर बालमुकुंद सोनकर ने इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ के DGP अशोक जुनेजा से की, जिसके बाद इस घटना के 22 दिन बीतने के बाद शुक्रवार को FIR दर्ज की गई। मामले में पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस ने अब तक पूरे लोगों का बयान भी दर्ज नहीं किया है।

पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस की देरी से आसपास में लगे CCTV कैमरे के फुटेज भी गायब हो सकते हैं। उन्हें शक है कि चोरी परिवार के बीच के किसी सदस्य या नौकर-चाकर ने ही की होगी।