आश्रम शाला की अधीक्षिका ने दिया इस्तीफा, रो रहीं छात्राएं…
Last Updated on 2 months by City Hot News | Published: September 17, 2024
छत्तीसगढ़ में बस्तर-दंतेवाड़ा जिले की सरहद स्थित बागमुंडी पनेड़ा के कन्या आश्रम शाला की अधीक्षिका सुखमती सोरी ने इस्तीफा दे दिया है। इस पर आश्रम में पढ़ने वाली छात्राएं फूट-फूट कर रो रही हैं। उन्होंने स्कूल में ही अधीक्षिका को रोक रखा है और 4 दिन से जाने नहीं दे रही हैं।
अधीक्षिका सुखमती सोरी से कई छात्राएं गले मिलकर रोईं तो कइयों ने पैर पकड़ लिए। इसका वीडियो भी सामने आया है। छात्राओं को डर है कि मैडल चली गईं तो दोबारा नहीं आएंगी। वहीं अधीक्षिका का कहना है कि, राजनीतिक दबाव के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है।
सुखमती ने कहा- दबाव बनाए जाने के कारण इस्तीफा दिया
मीडिया को वीडियो मिले हैं, जिसमें बच्चियां जोर-जोर से रोते-बिलखते दिख रही हैं। वीडियो मिलने के बाद इसकी हकीकत जानने के लिए अधीक्षिका सुखमती सोरी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि, पद से इस्तीफा देना मजबूरी थी।
अधीक्षिका ने बताया कि, उन पर लगातार राजनीतिक रूप से दबाव बनाया जा रहा था। हालांकि, किस नेता ने और क्या दबाव बनाया था इसे उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है।
बार-बार राजनीतिक दबाव से मैं परेशान हो गई
सुखमती का कहना है कि विभाग मेरा पूरा समर्थन कर रहा है। बार-बार राजनीतिक दबाव से मैं परेशान हो गई थी, इसलिए पद छोड़ने का निर्णय लिया। विभाग को लेटर भी सौंप दिया है। उनका कहना है कि आश्रम में नई अधीक्षिका की भी नियुक्त कर दी गई है, लेकिन उन्हें अभी चार्ज नहीं दी हूं।
गेट के बाहर जाने नहीं दे रहीं। यदि बाहर जाती तो फिर से उन्हें पकड़कर रोक लेती हैं।
4 दिनों से आश्रम में हैं, बाहर जाने नहीं दे रहीं छात्राएं
सुखमती ने कहा कि बच्चियों को जब पता चला कि मैं जा रही हूं तो वे सभी रोने लग गईं। ये उनका मेरे लिए प्रेम ही है। मुझे पिछले 4 दिनों से आश्रम शाला से बाहर जाने नहीं दे रहीं हैं। अगर कोई गाड़ी आती या कोई भी अधिकारी आश्रम में आते हैं, तो वे मुझे पकड़कर रोने लग जाती हैं। हालांकि, उन्हें समझाया जा रहा है।
100 सीटर आश्रम-शाला में 2020 से पदस्थ
बस्तर के बास्तानार ब्लॉक के कन्या आश्रम शाला की स्ट्रेंथ 100 सीटर है। यहां पहली से लेकर 5वीं तक की क्लासेस चलती है। हालांकि, दर्ज संख्या 122 है। सुखमती सोरी साल 2020 से बागमुंडी पनेड़ा के कन्या आश्रम शाला में अधीक्षिका के पद पर पदस्थ हैं। अब पद छोड़ने के बाद वे उसी संकुल में स्थित वाहनपुर गांव के स्कूल में अपने मूल पद पर जाएंगी।