छत्तीसगढ़ में ‘दृश्यम’ जैसा कांड: 3 महीने पहले लापता राजमिस्त्री का शव पानी की टंकी के नीचे नींव में दबा मिला…पुलिस ने पानी टंकी को ढहाया और जेसीबी से खुदाई कर बरामद किया शव… ठेकेदार ने शव दफनाकर बना दी थी पानी टंकी…

Last Updated on 3 months by City Hot News | Published: September 6, 2024

सरगुजा// छत्तीसगढ़ में फिर ‘दृश्यम’ जैसा हत्या का मामला सामने आया है। सरगुजा जिले में 3 महीने पहले लापता राजमिस्त्री का शव मैनपाट में पानी की टंकी के नीचे नींव में दबा मिला है। शुक्रवार को पुलिस ने पानी टंकी को ढहाया और जेसीबी से खुदाई कर शव बरामद किया है।

मामला सीतापुर थाना इलाके का है। 8 जून को एक ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने राजमिस्त्री संदीप के खिलाफ चोरी की शिकायत की थी। उसका आरोप था कि, संदीप ने कंस्ट्रक्शन साइट से छड़ें चुराकर बेच दी है। वहीं कुछ दिन बाद संदीप के लापता होने की रिपोर्ट भी उसकी पत्नी सलीमा लकड़ा ने दर्ज कराई।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, उलकिया में हाई स्कूल भवन का निर्माण ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके साथी करा रहे हैं। 3 महीने पहले निर्माण स्थल से छड़, सीमेंट और निर्माण सामग्री चोरी हो गई। 7 जून को ठेकेदार और उसके साथी ​​संदीप को उठाकर गाड़ी में ले गए। इसके बाद से संदीप लकड़ा वापस नहीं लौटा।

16 जून को गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस संदीप पता लगाने में जुटी थी। उसके मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया गया लेकिन मोबाइल कुछ समय के लिए गुजरात फिर गोवा और फिर मुंबई में स्विच ऑन हुआ था। इससे मामला और पेचीदा हो गया।

हत्या का आरोप लगा घेरा था थाना

मामला अगस्त महीने में फिर से चर्चा में आया, जब सर्व आदिवासी समाज ने संदीप लकड़ा की हत्या की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों ने थाने का घेराव भी किया। दबाव के बाद पुलिस ने मामले में ठेकेदार अभिषेक पांडेय, प्रत्युश पांडेय और उसके सथियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट और आदिवासी एक्ट के तहत केस दर्ज किया। इस दौरान पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भी लापता संदीप के घर पहुंचे थे।

2 दिनों की पूछताछ में हत्या का खुलासा

सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने मामले में नए सिरे से पड़ताल के निर्देश दिए। मोबाइल लोकेशन से कन्फ्यूजन बढ़ने पर पुलिस ने ठेकेदार प्रत्युश पांडेय और 3 सहयोगियों को हिरासत में लिया। एएसपी अमोलक सिंह, सीएसपी रोहित शाह की टीम ने ठेकेदार के सहयोगियों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने पूरा राज उगल दिया।

ठेकेदार के सहयोगियों ने बताया कि, हजारों रुपए के सामानों की चोरी की घटना पर वे गुस्से में थे। संदीप की उन्होंने पिटाई की थी, उसे अपने पास रखा हुआ था। बेरहमी से पिटाई के बाद सुबह संदीप मर गया। इसके बाद लाश को करीब 50 किलोमीटर दूर लुरैना में पानी टंकी के फांउडेशन में दफन कर दिया।

पानी टंकी के फाउंडेशन में गड़ा मिला संदीप का कंकाल।

पानी टंकी के फाउंडेशन में गड़ा मिला संदीप का कंकाल।

पानी टंकी गिराकर बरामद किया शव

गुरुवार को संदेहियों को लेकर पुलिस टीम लुरैना भी पहुंची। यहां उन्होंने लोकेशन बताई जहां एक पानी टंकी बन गई थी। इसके बाद अगले दिन शुक्रवार को पुलिस जेसीबी लेकर पहुंची। पुलिस ने पानी टंकी गिराकर जेसीबी से खुदाई कराई, तो करीब 15 फीट नीचे युवक का शव बरामद हुआ।

खुदाई के दौरान संदीप के परिजन और सर्व आदिवासी समाज के लोग भी मौजूद थे। साथ ही पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भी मौके पर थे। शव मिलने से परिवार की उम्मीदें टूट गईं। परिजन शव देखकर फफक पड़े। रोते-बिलखते परिजनों ने शव की शिनाख्त उसके कपड़ों से की।

शव गाड़कर बनाई थी पानी टंकी

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सीतापुर क्षेत्र में पुलिस बल को तैनात किया गया है। सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने कहा कि, लुरैना तिब्बती कैंप के पास बड़कापारा में नल जल योजना के तहत पानी टंकी बनाई जा रही थी। इसी दौरान नींव के लिए खोदे गए गड्ढे में शव को डालकर दफन किया गया था। मामले में 5 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं, ठेकेदार अभिषेक पांडेय समेत 2 लोग फरार हैं।