स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल जाने की जगह शराब पीकर घूमता रहा हेड मास्टर….कीचड़ में भी गिर पड़ा…

बालोद// बालोद में स्वतंत्रता दिवस पर हेड मास्टर को स्कूल में ध्वजारोहण करना था। वह स्कूल जाने के लिए घर से भी निकला, लेकिन नशे में इतना धुत था कि सड़कों पर ही घूमता रहा। इस दौरान कीचड़ में भी गिर पड़ा। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
दरअसल, मामला रीवागहन प्राथमिक शाला का है। शिक्षक की हरकत के बाद पैरेंट्स लामबंद हो गए। उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत की। पैरेंट्स का कहना है कि ऐसे शिक्षक के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में है। इसके बाद बुधवार को BEO हिमांशु मिश्रा ने प्रधानपाठक को सस्पेंड कर दिया है।
शिक्षक नशे में धुत होकर कीचड़ में गिरा
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि, प्रधानपाठक नशे में इतना धुत है कि वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है। इस दौरान वह सड़क पर कीचड़ में गिर जाता है और उसकी शर्ट भी खराब हो जाती है। प्रधान पाठक के स्कूल नहीं पहुंचने और नशे में धुत होने पर अन्य शिक्षकों और स्थानीय लोगों ने ध्वजारोहण किया।
शर्ट पर कीचड़ लगा इसलिए नहीं गया स्कूल
शिक्षक जब नशे की हालत में सड़कों पर घूम रहा था, तो ग्रामीणों ने उनका वीडियो बना लिया। इस दौरान वह ऊल-जलूल हरकतें करते नजर आया। इस दौरान ग्रामीणों ने पूछा कि वह स्कूल क्यों नहीं गए। वहां तो ध्वजारोहण करना था। इस पर शिक्षक ने जवाब दिया कि उनकी शर्ट पर कीचड़ लगा हुआ है, इसलिए वह नहीं गए। उन्होंने खुद ही सारी व्यवस्था की है।

शिक्षक एक घर में चारपाई पर सो जाता है। वह वहां से उठता ही नहीं।
नशे में चारपाई पर सो गया शिक्षक
वहीं कुछ ग्रामीण वीडियो में कह रहे हैं कि आप रोज शराब पीकर स्कूल जाते हैं, ऐसे में हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। हमारे बच्चे स्कूल में कैसे पढ़ेंगे। इस दौरान शिक्षक प्रकाश सिंह उर्वशा एक घर में चारपाई पर सो जाता है। वह वहां से उठता ही नहीं।
कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्या रखी
ग्रामीण नरसिंह गोरे और दिनेश्वरी बाई ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्या रखी है। अगर शिक्षक शराब के नशे में इस तरह की हरकतें करेगा तो इसका बच्चों पर क्या असर पड़ेगा। हमने बच्चों के भविष्य के लिए उसे हटाने की मांग की है।

ग्रामीण नरसिंह गोरे और दिनेश्वरी बाई ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्या रखी है।
शिक्षक को हटाकर दूसरे की नियुक्ति की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि रीवागहन प्राथमिक स्कूल के प्रधान शिक्षक के खिलाफ उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। अब उन्हें मजबूर होकर कलेक्टर के पास आना पड़ा है। उस शिक्षक को हटाकर दूसरे की नियुक्ति करने की मांग रखी थी।