तेज रफ्तार हाईवा ने बाइक सवार युवकों को कुचला… मौके पर ही दोनों की मौत: परिजन और सर्व आदिवासी समाज ने किया जमकर हंगामा…मुआवजा-नौकरी के आश्वासन पर चक्काजाम खत्म…

बलरामपुर// बलरामपुर जिले के डुमरखोली मोड़ में शनिवार रात हाईवा की चपेट में आने से बाइक सवार 2 युवकों की मौत हो गई। शरीर के ऊपर पहिया चढ़ने से शव के चिथड़े उड़ गए। रविवार को परिजन और सर्व आदिवासी समाज ने घंटों तक जमकर हंगामा किया। दो-दो लाख रुपए मुआवजा और नौकरी के आश्वासन पर चक्काजाम खत्म हुआ।

सामरी में सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन। - Dainik Bhaskar

सामरी में सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन।

जानकारी के मुताबिक, दात्रम निवासी सिलेस्टिन तिर्की (20) अपने साथी दिलसाय ब्रिजनिया के साथ बाइक से सामरी पहुंचे। वहां से सबाग की ओर जा रहे थे। रास्ते में डुमरखोली मोड़ के पास बाइक को तेज रफ्तार हाईवा ने कुचल दिया। पुलिस ने शवों को इकट्ठा कर कुसमी मॉर्चुरी में रखा दिया था।

थाने के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन

रविवार को दोनों के शव का पोस्टमॉर्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद परिजन दोनों के शवों को लेकर सामरी थाने पहुंचे। थाने के सामने शवों को रखकर परिजनों के साथ सर्व आदिवासी समाज ने विरोध प्रदर्शन किया। जिस वाहन से दोनों की मौत हुई, वह हिंडाल्को माइंस से बॉक्साइट परिवहन लगी थी।

सर्व आदिवासी समाज और परिजनों ने मुआवजा और हिंडाल्को में नौकरी देने की मांग की। सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने दो-दो लाख रुपए मुआवजा देने की सहमति दी है। इसके बावजूद घंटों तक लोगों को प्रदर्शन जारी रहा।

प्रदर्शनकारियों से चर्चा करते अधिकारी।

प्रदर्शनकारियों से चर्चा करते अधिकारी।

मौके पर पहुंचे अधिकारी

थाने के सामने प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर कुसमी एसडीएम करूण डहरिया, एसडीओपी इमानुएल लकड़ा, तहसीलदार शशिकांत दुबे पहुंचे। सर्व आदिवासी समाज के बसंत कुजुर, सुनील नाग और प्रदर्शनकारियों से बात की।

दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा के रूप में दो-दो लाख रुपए, परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी के आश्वासन के बाद सर्व आदिवासी समाज ने प्रदर्शन और चक्काजाम समाप्त किया। दोनों के शवों को परिजन अंतिम संस्कार के लिए ले गए।

खराब सड़कों के कारण भी हादसे

आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया है कि जिस वाहन से एक्सीडेंट हुआ है, वह गाड़ी भी नहीं पकड़ी गई है। सामरी इलाके की सड़कों की खराब हालत के कारण भी हादसे हो रहे हैं। ब\क्साइट परिवहन के कारण बारिश में सड़कें खराब हो गई हैं। सर्व आदिवासी समाज ने सड़कों में सुधार भी करने की मांग की है।