नाबाल‍िग की रेप के बाद हत्या, शव घसीटकर ले जाती दिखी पुलिस: पूरी टीम पर ग्रामीणों ने पत्थर फेंके… मचा है बवाल

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 23, 2023

पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में इस समय तनाव की स्थिति बनी हुई है. यहां एक नाबालिग लड़की की लाश मिलने के बाद बवाल मच गया है. परिजनों का आरोप है कि रेप के बाद उसकी हत्या की गई है तो वहीं बंगाल पुलिस का कहना है कि लड़की की लाश के बाद जहर की बोतल मिली है

उत्तर दिनाजपुर// पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में एक दलित नाबालिग के साथ कथित रेप और हत्या के बाद जमकर हिंसा हुई। ग्रामीणों ने युवती का शव लेने आए पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए रैपिड एक्शन फॉर्स (RAF) के जवानों को बुलाना पड़ा। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया।

लड़की का शव सड़क पर घसीटे जाने की घटना उत्तर दिनाजपुर में शुक्रवार को हुई।

लड़की का शव घसीटे जाने की घटना शुक्रवार की है और इसका वीडियो शनिवार से वायरल हो रहा है। भाजपा के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना का वीडियो शेयर किया है।

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो आज पीड़ित के परिवार से मुलाकात करने दिनाजपुर जाएंगे। कानूनगो ने ट्वीट कर कहा था- बच्ची का सामूहिक बलात्कार व हत्या की गई, शव को अपमानित करने का आरोप पुलिस पर है। राज्य सरकार को सूचना दी थी, कोई उत्तर नहीं मिला है।

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर दी और पुलिस के विरोध में प्रदर्शन करने लगे।

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर दी और पुलिस के विरोध में प्रदर्शन करने लगे।

पत्थरबाजी के बाद एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गाड़ी में बैठाने के दौरान एक पुलिस अधिकारी युवक को लात मारता हुआ दिख रहा है।

पत्थरबाजी के बाद एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गाड़ी में बैठाने के दौरान एक पुलिस अधिकारी युवक को लात मारता हुआ दिख रहा है।

पुलिस ने FIR में लिखा- जहरीला पदार्थ खाने से मौत
पुलिस का कहना है कि लड़की लापता थी, लेकिन उसके परिवार ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। बाद में लड़की का शव कालियागंज इलाके में नहर में तैरता मिला। पुलिस जब लड़की का शव लेने पहुंची तो लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक पोस्टमॉर्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में मौत का कारण जहरीले पदार्थ खाना बताया गया है।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस घटना के सिलसिले में एक 20 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि लड़की और आरोपी एक दूसरे को जानते थे।

पुलिस शव लेने गई तो ग्रामीणों ने उन पर ही ईंट-पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।

पुलिस शव लेने गई तो ग्रामीणों ने उन पर ही ईंट-पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।

ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा
उत्तरी दिनाजपुर के SP सना अख्तर ने बताया कि पुलिस जब पोस्टमॉर्टम के लिए लड़की का शव लेने गई तो उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बाद पुलिस को शव कब्जे में लेने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। हिंसा में शामिल कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस कार्रवाई में तीन लोग घायल हो गए और उन्हें रायगंज सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेपिड एक्शन की टीम पहुंची और आंसू गैस के गोले दागे।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेपिड एक्शन की टीम पहुंची और आंसू गैस के गोले दागे।

भाजपा ने कहा- पुलिस की जल्दबाजी सबूत मिटाने की साजिश
मामले को लेकर भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- पश्चिम बंगाल पुलिस जिस शव को असंवेदनशीलता से घसीट रही है, वह उत्तर दिनाजपुर के कलियागंज में राजबंशी समुदाय की एक नाबालिग रेप और मर्डर पीड़िता का है। ऐसी जल्दबाजी अक्सर तब देखी जाती है, जब मकसद सबूतों को खत्म करना या कमजोर करना और अपराध पर पर्दा डालना होता है।

हिंसक प्रदर्शन के दौरान तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है।

हिंसक प्रदर्शन के दौरान तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है।

TMC की मंत्री बोलीं- लोगों को उकसा रहे भाजपा के नेता
बंगाल में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि हमें पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया गया। उन्हें धोखे से एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया और वहां जबरदस्ती बैठा दिया गया। स्थानीय भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी ने घटना की जांच CBI से कराने की मांग की है। वहीं, राज्य की महिला एवं बाल विकास और सामाजिक कल्याण मंत्री डॉ. शशि पंजा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता जनता को भ्रमित कर उन्हें उकसाना चाहते हैं।

क्या है पूरा मामला?
अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए स्थानीय लोगों ने सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. स्थानीय लोगों का पुलिस के साथ टकराव तब शुरू हुआ जब वह लड़की के शव को अपने कब्जे में करने को लेकर पहुंचे थे. इसको लेकर स्थानीय लोगों ने सड़क पर यातायात बाधित कर दिया, टायर जलाए और पुलिस पर कथित तौर पर पथराव किया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े.

इस संबंध में पुलिस मामले की जांच कर रही है. अभी तक मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है. हालांकि बीजेपी ने इस पर सरकार द्वारा सच छुपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.