राजनांदगांव : गोधन न्याय योजना के तहत किसानों, पशुपालकों एवं गोबर विक्रेता हितग्राहियों के खाते में 4 लाख 25 हजार 251 रूपए की राशि अंतरित की…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 20, 2023
- गर्मी को देखते हुए गौठानों में पशुओं के लिए चारा, पानी और छाया की व्यवस्था करें सुनिश्चित – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
- – पंचायतों के आश्रित गांवों में भी मांग अनुसार गौठान की स्वीकृति देने के लिए कहा
- – आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए अनिवार्य रूप से गौठान समितियों की बैठक करने के दिए निर्देश
राजनांदगांव(CITY HOT NEWS)//
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के तहत किसानों, पशुपालकों एवं गोबर विक्रेता हितग्राहियों के खाते में 4 लाख 25 हजार 251 रूपए की राशि अंतरित की। इस अवसर पर कलेक्टर श्री डोमन सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित कुमार उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 10 हजार से अधिक गौठानों में गर्मी को देखते हुए पशुओं के लिए चारा, पानी और छाया की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को गौठानों का भ्रमण कर वहां पैरा के साथ ही हरे चारे, शेड और पानी की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पंचायतों के आश्रित गांवों में भी मांग अनुसार गौठान की स्वीकृति देने के लिए कहा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गौठान में होने वाली आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए अनिवार्य रूप से गौठान समितियों की बैठक करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर कि राज्य के आधे से अधिक गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए कहा कि नहरों से तालाबों में पानी भरने का काम त्वरित गति से करें, जिससे पानी की उपलब्धता रहेगी और जल स्तर बढ़ेगा। कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने भी संबोधित किया।
गौरतलब है कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में गोधन न्याय योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु निरंतर कृषक प्रशिक्षण, संगोष्ठी, किसान मेला, गौठान मेला का आयोजन किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार के निर्देशन में गौठानों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में निरूतर कार्य किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के तहत जिले में 4 विकासखंडों के 407 ग्राम पंचायतों में 1996 ग्रामीण पशुपालकों को 413 सक्रिय गौठानों के लिए गोबर विक्रेताओं के लिए कुल 4 लाख 25 हजार 251 रूपए का भुगतान किया गया हंै। ग्रामीणों एवं पशुपालकों के सक्रिय सहभागिता से गौठानों को स्वावलंबी बनाने निरंतर सार्थक प्रयास किये जा रहे है। योजना प्रारंभ से अब तक 16 हजार 904 ग्रामीण एवं 757 नगरीय पशुपालकों को योजनांतर्गत लाभान्वित किया गया है। गोधन न्याय योजना ग्रामीण एवं शहरी पशुपालकों के आय और रोजगार सृजन का लाभकारी साधन बन गया है।