बेटी के शव को पिता ने गंगा में बहाया: संदिग्ध हालत में फांसी पर लटकी मिली थी लाश, पुलिस कर रही नदी में तलाश…

Last Updated on 7 months by City Hot News | Published: April 18, 2024

बलरामपुर// बलरामपुर जिले में एक नाबालिग छात्रा का शव संदिग्ध हालत में फांसी पर झूलता मिला। पुलिस ने परिजनों की गैर मौजूदगी में शव को फांसी से उतारकर अस्पताल की मर्चुरी में रखवा दिया। इधर छात्रा के पिता शव को मर्चुरी से निकलवाकर अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश ले गए और वहां गंगा नदी में उसे बहा दिया।

परिजनों ने छात्रा की मौत को संदिग्ध बताया है। इधर 4 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद भी गोताखोर शव को नहीं खोज पाए हैं। मामला राजपुर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, बूढ़ाबगीचा में रहने वाले रामेश्वर गुप्ता के मकान में उत्तर प्रदेश के जालिम सिंह का परिवार किराए से रहता है। जालिम सिंह यूपी के मिर्जापुर जिले के ग्राम राजगढ़ के रहने वाले हैं। वे यहां पत्नी गीता देवी और भतीजी राधा कुमारी (13) के साथ रहते हैं। भतीजी राधा कुमारी का शव 7 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थिति में फांसी में झूलता मिला था। जालिम सिंह ड्राइवर है। जिस दिन राधा ने फांसी लगाई, वो घर में अकेली थी। जालिम सिंह की पत्नी गीता देवी तीर्थयात्रा पर गई थी।

परिजनों ने मौत को बताया संदिग्ध,जमीन से छू रहे थे पैर

परिजनों ने मौत को बताया संदिग्ध,जमीन से छू रहे थे पैर

पुलिस ने शव को अस्पताल में छोड़ा था

7 अप्रैल को मकान मालिक के बेटे प्रशांत गुप्ता ने फोन कर जालिम सिंह को बताया कि उसकी भतीजी ने घर में फांसी लगा ली है। मौके पर पुलिस पहुंची और लाश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाकर लावारिस हालत में छोड़कर बगैर मर्ग, पंचनामा, पोस्टमॉर्टम कराए वापस लौट गई।

छात्रा के पिता यूपी से राजपुर पहुंचे। वे अस्पताल में पुलिसकर्मियों के नहीं होने पर शव अपने साथ ले गए। उन्होंने यूपी के मिर्जापुर में गंगा नदी में छात्रा का शव विसर्जित कर दिया।

परिजनों ने जताया हत्या का शक

छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। छात्रा के शव के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें राइटिंग छात्रा की कॉपी से मिलान करने पर अलग निकली। छात्रा का पैर जमीन से छू रहा था, जिससे उसकी मौत को संदिग्ध माना जा रहा है। छात्रा राधा सिंह के मौसा जालिम सिंह इसकी शिकायत करने राजपुर थाने गए थे। आरोप है कि राजपुर थाना प्रभारी ने उन्हें डांटकर भगा दिया।

4 दिनों की तलाश के बाद भी नहीं मिला शव

पुलिस की लापरवाही की शिकायत जालिम सिंह ने बलरामपुर एसपी डॉ लाल उमेद सिंह से की। पुलिस टीम मिर्जापुर पहुंची और गोताखोरों की मदद से 4 दिनों तक शव की तलाश की गई। शव नहीं मिलने पर पुलिस टीम लौट आई। बलरामपुर पुलिस दूसरी बार शव की तलाश के लिए यूपी जाएगी।

पुलिस ने बीएमओ को नहीं दी थी सूचना

मामले में राजपुर थाना पुलिस की लापरवाही सामने आई है। राजपुर बीएमओ डॉ रामप्रसाद तिर्की ने बताया कि 7 अप्रैल को शाम करीब 5.30 बजे किशोरी के शव को अस्पताल लाया गया था। अस्पताल प्रबंधन को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए सूचना नहीं दी थी। सीसीटीवी कैमरों की जांच से पता चला है कि रात करीब 12 बजे कार से आए परिजन शव को साथ ले गए।

फिर से शव ढूंढने यूपी जाएगी पुलिस

बलरामपुर एसपी डॉ लाल उमेद सिंह ने कहा कि 4 दिनों तक शव की तलाश की गई। नदी में रेत और पानी अधिक होने के कारण शव का पता नहीं चला। शव की तलाश फिर से की जाएगी। मामले में लापरवाही बरतने के कारण राजपुर थाने के एएसआई विजय पैकरा को सस्पेंड कर दिया गया है।