गर्लफ्रेंड को फोन देने रची खुद के अपहरण की साजिश: पिता को कॉल कर कहा था- 50 हजार दे दो, किडनैपर को दूंगा…

Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 17, 2024

सूरजपुर// सूरजपुर जिले में एक युवक ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रची। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि 18 साल का युवक विश्वनाथ रवि अपनी गर्लफ्रेंड को फोन गिफ्ट करना चाहता था। इसके लिए उसने घर में कॉल कर यह भी कहा कि, पापा मैं किडनैप हो गया हूं।

शुक्रवार दोपहर 2 बजे प्रतापपुर थाने पहुंचकर युवक के माता-पिता ने शिकायत की थी उनके बेटे को कार सवारों ने अगवा कर लिया है। शिकायत में बताया गया कि, बेटे ने कॉल कर अपने खाते में 50 हजार रुपए डालने को कहा है। इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए पुलिस ने भी उसे कॉल किया।

मोबाइल ट्रेस कर पुलिस ने पकड़ा

जब पुलिस ने कॉल किया तो यह कॉल भी उसने खुद ही रिसीव किया। इसके बाद बात करते हुए उसकी मोबाइल लोकेशन पुलिस ने ट्रेस कर ली। जिसस यह पता चला कि वह अंबिकापुर में है। अंबिकापुर और प्रतापपुर पुलिस की टीम ने युवक को अंबिकापुर के प्रतापपुर नाके के पास से बरामद कर लिया। पुलिस उसे पकड़कर प्रतापपुर ले आई और पूछताछ की गई।

थाने के सामने लोगों ने किया था चक्काजाम।

थाने के सामने लोगों ने किया था चक्काजाम।

पूछताछ में युवक ने उगला सच

प्रतापपुर एसडीओपी अरूण नेताम ने बताया कि रवि आईटीआई के साथ कंप्यूटर का कोर्स कर रहा है। उसे पिता ने फीस के लिए 12 हजार रुपए दिए थे। इसे भी उसने अपनी गर्लफ्रेंड पर खर्च कर दिया था। साथ ही अब वह उसे मोबाइल गिफ्ट देना चाहता था, इसलिए खुद के अपहरण की कहानी बनाई और पिता से 50 हजार रुपए मांगे थे।

अब पुलिस ने झूठी कहानी बनाने पर शनिवार को युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ कार्रवाई कर कोर्ट में भी पेश किया जा रहा है।

अपहरण की घटना पर लोगों ने किया था चक्काजाम।

अपहरण की घटना पर लोगों ने किया था चक्काजाम।

आक्रोशित लोगों ने किया था चक्का जाम

शुक्रवार को युवक के अपहरण की बात सामने आने पर स्थानील लोग भड़क गए और प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने टायर जलाते हुए चक्काजाम भी किया। इससे घंटों हंगामे की स्थिति बनी रही। चक्काजाम की सूचना पर एसडीएम दीपिका नेताम, तहसीलदार पुष्पराज पात्रे और पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने की भी कोशिश की थी लेकिन लोग पुलिस की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए धरना प्रदर्शन करते रहे।