बेमेतरा : गोधन न्याय योजना से जय सतनाम स्व सहायता समूह की महिलाओं को मिल रहा अतिरिक्त आय

Last Updated on 1 year by CITY REPORTER | Published: August 24, 2023

गोधन न्याय योजना से

समूह के महिलाओं ने वर्मी कम्पोस्ट विक्रय कर 419493 की आमदनी की

बेमेतरा, (CITY HOT NEWS)\

जय सतनाम स्व सहायता समूह की महिलाओं को मिल रहा अतिरिक्त आय
जय सतनाम स्व सहायता समूह की महिलाओं को मिल रहा अतिरिक्त आय

बेमेतरा विकासखंड के गौठान ग्राम आनंदगांव अंतर्गत जय सतनाम महिला स्व सहायता समूह ने गोधन न्याय योजना के जरिए वर्मी कम्पोस्ट व सुपर कम्पोस्ट उत्पादन व विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अब तक रुपये 4 लाख 19 हजार 493 की आमदनी की। समूह के द्वारा अब तक कुल 1776 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन एवं 1697 क्विंटल खाद का विक्रय किया जा चुका है। समूह की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी बंजारे ने बताया कि उन्हे जिला प्रशासन द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं खेती बाड़ी आदि का प्रशिक्षण भी दिलाया गया था। उन्होने यह भी बताया कि उनकी समूह में 12 महिला सदस्य हैं जो अपनी घरेलू काम-काज निपटाकर गौठान में वर्मी कम्पोस्ट के साथ ही स्थानीय बाजारु मांग अनुसार विभिन्न घरेलू रसोई में उपयोग किए जाने वाले मशाले आदि भी बनाते हैं। इससे समूह की महिलाओं को अतिरिक्त आमदनी हो जाती है।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी बंजारे ने बताया कि प्राप्त लाभांस राशि का उपयोग समूह की गतिविधि एवं सदस्यों में वितरण कर घरेलू आर्थिक उपयोग हेतु करते हैं। सदस्य श्रीमति लक्ष्मी बंजारे ने आय से जमीन एवं एक सदस्य ने दो पहिया वाहन खरीदा। महिला समूह की सदस्यों ने बताया कि गोधन न्याय योजना मे जुडने के बाद हमारी आर्थिक स्थिति में काफी ज्यादा सुधार आया है। इसके साथ ग्रामीण महिलाएं अपने बल पर अतिरिक्त आय प्राप्त कर पारिवारिक आर्थिक स्थिति को और बेहतर कर रही है। आज कि स्थिति में ग्रामीण स्तर पर शासन की हर भावी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनके प्रति कार्य करने एवं अपनी बातों को ग्रामीण जनसमुदाय में स्पष्ट रूप से रख पाने में सक्षम हो गयी है। ये सिर्फ गोधन न्याय योजना में जुड़ने से उनकी मनोबल बढ़ने के साथ सशक्त भी हुई है।
श्रीमती लक्ष्मी बंजारे ने बताया कि हमारे गौठान से उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट का उपयोग कृषि विभाग के कई योजनाओं जैसे फसल प्रदर्शन में किया जा रहा है एवं सहकारी समिति के माध्यम से क्षेत्र के अन्य किसानों को इसका वितरण एवं विक्रय किया जा रहा है। जिससे कृषक इसके महत्व को समझ रहे हैं साथ ही जैविक खेती की ओर अग्रसर हो रहे है। महिला कृषक समूह के माध्यम से भविष्य में हर तरह की नई तकनीकी का उपयोग कर जैविक खेती को बढावा देने हेतु सभी तरह के प्रयास किए जा रहे है। जिसमें वर्मी कम्पोस्ट बनाने एवं उसका उपयोग हेतु अन्य कृषकों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ राज्य के गौपालकों, ग्रामीणों और किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्साहजनक योजना है। यह योजना राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों में जीवनस्तर को सुधारने, गौपालकों, ग्रामीणों और किसानों को समृद्धि प्राप्त करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए धरोहर (गोधन) के उपयोग को प्रोत्साहित करना है।