लिव-इन में रह रही महिला की हत्या, शव से रेप:बलरामपुर के जंगल में मिला था शव; नाबालिग देवर और उसका ममेरा भाई गिरफ्तार
Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: February 6, 2024
बलरामपुर// बलरामपुर जिले में जंगल में मिली महिला की लाश के मामले में पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया है। लिव इन में रह रही 30 साल की महिला की उसके नाबालिग दिव्यांग देवर ने अपने ममेरे भाई के साथ मिलकर हत्या की थी। इसके बाद शव के साथ रेप भी किया गया।
महिला का शव 31 जनवरी को राजपुर थाना इलाके के गेउर हरीतिमा बांसबाड़ी जंगल में मिला था। लोगों की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद शव का पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर महिला की हत्या करना और शव से एक से ज्यादा लोगों के रेप करने की जानकारी मिली।
जंगल में मिला था महिला का शव
लिव इन में रह रही थी महिला
पुलिस जांच में पता चला कि मृत महिला सितावती गोड़ की पहले शादी वाड्रफनगर के देवरी निवासी जीतबंधन मार्को के साथ हुई थी। महिला के 3 बच्चे भी हैं। आपसी विवाद होने के कारण वह पति और बच्चों को छोड़कर अंबिकापुर आ गई और असोला में रहकर मजदूरी कर रही थी। तीन साल पहले वह ग्राम परसागुड़ी निवासी मनोज चेरवा के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी थी।
मोबाइल कॉल से पुलिस को मिला सुराग
मामले की जांच में लगी पुलिस ने महिला का मोबाइल कॉल डिटेल निकला तो वारदात वाले दिन उसके मोबाइल पर मनोज के नाबालिग दिव्यांग भाई और एक दूसरे नंबर से 15 बार कॉल होना पाया गया। जांच में दूसरा नंबर मनोज के ममेरे भाई कृष्णा सोंहा का था। पुलिस ने कृष्णा सोहा से कड़ाई से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया।
दिव्यांग नाबालिग ने बनाई थी हत्या की योजना
पुलिस जांच में पता चला कि घटना का इस मर्डर की प्लानिंग महिला के ही 17 साल के नाबालिग देवर ने बनाई है। यह आरोपी दिव्यांग भी है जिसे आंखों से कम दिखता है। दरअसल मनोज चेरवा ने अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया था और सितावती गोंड़ के साथ अंबिकापुर में रह रहा था।
मनोज चेरवा की मां बूढ़ी हो गई है लेकिन मनोज उन्हें ना घर में पैसे भेज रहा था ना ही खेती में सहयोग कर रहा था। इसके कारण मनोज के भाई ने अपनी भाभी को मारने की प्लानिंग की और अपनी योजना में उसने ममेरे भाई कृष्णा को शामिल कर लिया।
शराब पिलाई, फिर गला घोंटकर मारा
पुलिस जांच में पता चला कि खेत में पानी देने के नाम पर दिव्यांग देवर ने सितावती को कॉल किया और बुलाया था। मंगलवार को उसने अपने और कृष्णा के फोन से 15 बार कॉल किया। शाम को जब सितावती वहां पहुंची तो तीनों ने साथ में जंगल में शराब पी और मुर्गा खाया। इसके बाद वहां से वापस लौटते समय दोनों ने मिलकर नाइलोन की रस्सी से महिला की गला दबाकर हत्या कर दी, फिर शव के साथ रेप किया।
एक आरोपी जेल, दूसरा बाल सुधार गृह में
दोनों आरोपी महिला के शव को जंगल में छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद राजपुर पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट में पेश करने के बाद एक आरोपी को जेल और नाबालिग दिव्यांग को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। मामले की जांच में राजपुर टीआई राजेश खलखो, एसआई दिनेश राजवाड़े, विजय दुबे, एएसआइ राकेश सिंह की टीम सक्रिय रही।