पारसमणि पत्थर के लालच में बैगा को मार डाला: जांजगीर-चांपा में 11 लोगों ने लाश को जंगल में दफनाया, पत्नी को भी बंधक बनाया…

Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: February 3, 2024

जांजगीर-चांपा// जांजगीर चांपा जिले के मुनुंद गांव के बैगा बाबूलाल यादव के पास पारसमणि पत्थर के लालच में 11 लोगों ने साजिश रची। बैगा को झाड़-फूंक कराने के बहाने से उसे घर से ले गए। बलौदा के कटरा जंगल में बंधक बनाकर हत्या कर दी। लाश को वहीं दफना दिया। पुलिस ने वारदात में शामिल 11वें आरोपी को भी पकड़ लिया है। पूरा मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

दरअसल, बाबूलाल यादव की पत्नी रामवती यादव ने सिटी कोतवाली में 9 जुलाई 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसके पति बाबूलाल यादव को झाड़ फूंक के लिए 8 जुलाई को कुछ लोग लेने आए थे। हाथ मुंह को बांध कर बंधक बना लिया था।

घर में चोरी कर भाग गए आरोपी

घर के अंदर रखे नगदी 23 हजार और 2 नग सोने के जेवर, दो जोड़ी चांदी की बिछिया और पूजा वाले जगह की खुदाई की, लेकिन कुछ नहीं मिलने पर चोरी कर भाग गए। रामवती यादव ने अपने पति बाबूलाल यादव की गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस ने 11वें आरोपी को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने 11वें आरोपी को गिरफ्तार किया।

पारस मणि पत्थर के लालच में साजिश

शिकायत के बाद एसपी विजय अग्रवाल ने बैगा की खोजबीन के निर्देश दिए। पुलिस जांच पड़ताल में संदेही टेकचंद जायसवाल और राजेश हरवंश को पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें बताया गया कि बैगा के पास पारस मणि पत्थर होने की जानकारी मिली थी, जिसे हासिल करने के लिए साथियों के साथ साजिश रची।

बैगा को जंगल में बंधकर बना लिए

आरोपियों ने बताया कि वह बाबूलाल के घर पहुंचे और झाड़ फूंक से इलाज कराने के नाम पर उसे अपने साथ ले गए। इस दौरान बलौदा के कटरा के जंगल में बाबूलाल से पारस मणी पत्थर के बारे में पूछने लगे। बैगा बाबूलाल यादव के द्वारा नहीं बताने पर, जगंल में ही बंधक बनाकर रखे थे।

पत्नी के हाथ-पैर बांधकर घर में खुदाई

इस दौरान सभी साथी मिलकर बैगा के घर मुनुंद पहुंचे और उसकी पत्नी के हाथ-पैर बांधकर घर में सभी जगह खुदाई कर पारस पत्थर खोजने लगे। पारस मणि नहीं मिला, फिर वापस जंगल पहुंचे और बैगा की हाथ मुक्का और लाठी डंडा से बेरहमी पिटाई कर हत्या कर दी।

11 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई

वारदात के बाद शव को जंगल में ही दफना दिया गया और सभी अपने अपने घर चले गए। मामले में पूर्व में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वही एक आरोपी सतीष कुमार केसकर फरार था, जिसे 19 माह बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है।