डिलीवरी ब्वॉय बनकर पुलिस ने ठग को पकड़ा: पार्सल देने के बहाने झारखंड तक पहुंचे; परिवार के लोगों ने किया टीम पर हमला…
Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: January 24, 2024
भिलाई// छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने डिलीवरी ब्वॉय बनकर झारखंड से एक साइबर ठग को दबोच लिया। पुलिस पार्सल देने के बहाने ठग के घर पहुंची थी। इस दौरान टीम पर हमला करने की भी कोशिश की गई। पकड़े गए आरोपी ने बैंक अफसर बनकर महिला से 3 लाख रुपए ठगे थे।
जानकारी के मुताबिक, भिलाई नगर के सेक्टर-10 निवासी कविता दुबे से 3 लाख रुपए की ठगी की थी। जांच के दौरान झारखंड के देवघर जिले के दिलीपत्थर गांव निवासी जैकी मंडल के बारे में पता चला। इसके बाद दुर्ग से पुलिस टीम देवघर पहुंची और बुढैर पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा।
घटना भिलाई नगर थाना क्षेत्र की है।
घर में मौजूद रिश्तेदारों ने किया हमला
दुर्ग पुलिस के अधिकारी डिलीवरी ब्वॉय बनकर आरोपी के घर पहुंचे। फिर कॉल कर पार्सल की डिलीवरी देने के लिए उसे बाहर बुलाया। जब जैकी मंडल बाहर आया तो उसे बातों में उलझा लिया। इस बीच पुलिस टीम वहां पहुंच गई।
पुलिस को देखते ही जैकी दरवाजा बंद करने लगा, लेकिन उसे पकड़ लिया। शोर सुनकर घर में मौजूद रिश्तेदार बाहर आए और पुलिस पर हमला कर दिया। हालांकि तब तक स्थानीय पुलिस पहुंची और उन्हें रोका। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने खाता कराया होल्ड
दुर्ग SSP राम गोपाल गर्ग ने पुलिस अधिकारियों को खाता होल्ड कराने के निर्देश दिए। खाता जैकी मंडल (27) के नाम पर ही था। बैंक को मेल कर उसका खाता होल्ड कराया गया। ऐसा करने पर कविता दुबे के खाते से कटे 3 लाख रुपए में से ढाई लाख रुपए बच गए।
KYC अपडेट करने का झांसा देकर की थी ठगी
कविता दुबे ने एक जनवरी 2024 को थाने में ठगी का केस दर्ज कराया था। उसने बताया था कि उसे एक अनजान व्यक्ति ने कॉल किया और खुद को एसबीआई का बैंक अधिकारी बताया। इसके बाद KYC अपडेट करने के बहाने उसे एक लिंक भेजा।
लिंक ओपन करने पर एसबीआई से ही मिलता-जुलता पेज खुला। कविता दुबे पेज देखकर झांसे में आ गई। इसके बाद कॉलर ने उससे उसी पेज पर उसका खाता नंबर और उससे जुड़ी जानकारी अपडेट करवाई। इसके बाद ओटीपी मांगा। ओटीपी बताते ही खाते से 3 लाख रुपए कट गए।
झारखंड गई टीम में ये पुलिसकर्मी रहे शामिल
झारखंड पहुंची पुलिस की टीम में उप निरीक्षक भागवत ठाकुर, आरक्षक शहबाज खान, पन्ने लाल, अनिल गुप्ता, टेक्निकल टीम से एसआई मन्नू लाल यादव, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक जावेद खान, आरती सिंह और विक्रांत यदु शामिल रहे।