डॉक्टरों ने मां-बेटे को जमकर पीटा VIDEO:कोरबा के जिला मेडिकल कॉलेज कैंपस में दोनों पक्षों में जमकर मारपीट; पार्किंग को लेकर विवाद…

Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: January 17, 2024

कोरबा// कोरबा जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में मंगलवार शाम कुछ डॉक्टरों ने गाड़ी स्टैंड में काम करने वाले मां-बेटे की पिटाई कर दी। हंगामा देख मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। जैसे-तैसे लोगों ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

मारपीट और हंगामा देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। - Dainik Bhaskar

मारपीट और हंगामा देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।

जानकारी के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा के 2-3 डॉक्टर जब स्टैंड पर अपनी गाड़ी खड़ी करने के लिए पहुंचे, तो वहां मौजूद मां और नाबालिग बेटे से उनकी बहस के बाद गालीगलौज और हाथापाई हो गई। इसके बाद डॉक्टरों ने मां और नाबालिग बेटे की पिटाई कर दी।

अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों ने किया बीच-बचाव

महिला और उसके बेटे ने भी डॉक्टरों को मारा। इस दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना जिला मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को भी दी गई। मौके पर प्रबंधन के अधिकारी भी पहुंचे और बीच-बचाव किया। यहां तक कि शोर सुनकर अस्पताल में भर्ती मरीज और उसके परिजन भी बाहर आ गए।

डॉक्टरों ने महिला से मारपीट की, थाने में दर्ज कराया मामला।

डॉक्टरों ने महिला से मारपीट की, थाने में दर्ज कराया मामला।

मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला

कुछ लोगों ने मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिला मेडिकल कॉलेज के सह अधीक्षक रविकांत जटवार ने बताया कि मामले की जानकारी ली गई है। दोनों ही पक्षों ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। आगे प्रबंधन की ओर से उच्च अधिकारियों से बात कर फैसला लिया जाएगा। वहीं सिविल लाइन थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।

अक्सर होती है मारपीट की घटनाएं

वाहन स्टैंड पर मारपीट का ये कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी यहां ऐसी घटनाएं होती रही हैं। कुछ दिनों पहले ही जिला मेडिकल कॉलेज में एक मरीज के परिजन को गाड़ी स्टैंड के कर्मचारियों ने बेल्ट से पीटा था। इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों पर कार्रवाई की गई थी।

जिला मेडिकल कॉलेज के वाहन स्टैंड को प्रबंधन ने ठेके पर दिया है, जहां वाहन स्टैंड के कर्मचारी प्रति व्यक्ति पैसे लेते हैं। वाहन खड़ा करने और पैसे मांगे जाने को लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बनती है।