कोल केस में अग्रिम जमानत पर 6 जनवरी को सुनवाई: कांग्रेस MLA देवेंद्र यादव समेत 9 आरोपी होंगे पेश, नहीं आने पर वारंट होगा जारी…
Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 4, 2024
- कोल स्कैम में ED ने 11 लोगों को आरोपी बनाया है, इनमें से 2 कांग्रेस के विधायक भी हैं।
रायपुर// कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव समेत 9 आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका पर 6 जनवरी को सुनवाई होगी। इस बार भी कोर्ट में पेश नहीं होने पर बेलेबल वारंट जारी की जाएगी। कोल घोटाले मामले में आरोपी विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व विधायक चंद्रदेव राय समेत 9 लोगों को कोर्ट ने फिर से नोटिस जारी किया था।
दरअसल, सौम्या चौरसिया (मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में तैनात रही) के करीबी सहयोगी माने जाने वाले निखिल चंद्राकर, मनीष उपाध्याय और सूर्यकांत तिवारी इस कथित घोटाले के सरगना माने जा रहे हैं। आरोपी बनाए गए 11 लोगों में से रानू साहू समेत दो लोग इस मामले में केंद्रीय एजेंसी के गिरफ्तार किए जाने के बाद जेल में हैं।
इन 9 लोगों पर स्कैम का आरोप
छत्तीसगढ़ कोयला स्कैम मामले में ईडी ने निलंबित आईएएस रानू साहू, निखिल चंद्रकार समेत विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस नेता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नारायण साहू, मनीष उपाध्याय को आरोपी बनाया है।
पिछली 3 पेशी से कोर्ट में नहीं हुए पेश
कोयला घोटाले केस में जेल में बंद सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोईन, रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी सहित अन्य लोगों को कोर्ट में पेश होना था। लेकिन मामले से जुड़े आरोपी पिछली तीन पेशी से कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे हैं, ना ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ रहे हैं।
विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व चंद्रदेव राय
540 करोड़ का कोल स्कैम
ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है। कोल परिवहन में प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। इसमें निलंबित IAS समीर विश्नोई, रानू साहू, सौम्या चौरसिया खनिज अधिकारी शिव शंकर नाग, संदीप नायक, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, निखिल चंद्राकार, दीपेश टांक और राजेश चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। सभी जेल में है।
क्या है कोयला स्कैम ?
ईडी के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 550 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ईडी के जांच के दायरे में है। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है।