दामाद ने चुराए 1लाख 80 हजार: ससुराल से चुराया था सोने का झुमका और ATM, खाने-पीने में खर्च किए रूपए…

रायगढ़// रायगढ़ के चक्रधरनगर पुलिस ने चोरी के मामले में आरोपी दामाद शिवशरण प्रसाद (34 साल) को पंजरी प्लांट क्षेत्र से घूमते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। आरोपी दामाद ने अपने ससुराल से ससुर के एटीएम और सास के सोने के झुमके चोरी कर फरार हो गया था। वहीं गिरफ्तारी से बचने आरोपी करीब 5 महीने से छिप रहा था।
खाने पीने में खर्च की चोरी की राशि
शिवशरण प्रसाद ने पूछताछ करने पर बताया कि उसने जनवरी महीने में ससुराल से सोने का झुमका और एटीएम की चोरी को करना स्वीकार किया है। एटीएम का पिन नंबर उसे पता था। उसने अलग-अलग दिनों में एटीएम से कुल 1लाख 80 हजार रुपए निकाला, जिसे खाने-पीने में खर्च कर दिया।
रेलवे फाटक के फेंका एटीएम और सोने का झुमका
आरोपी दामाद ने बताया कि ससुराल से अप्रैल महीने में ट्रेन से अपने घर तिल्दा जा रहा था। उसी समय कोतरा रोड़ फाटक के पास पकड़े जाने के डर से चलती ट्रेन से एटीएम कार्ड और सोने के झुमके को फेंक दिया था। आरोपी के पास से बाकी 500 रूपए जब्त किए गए। वहीं कोतरा रोड़ रेलवे फाटक के पास से खोजबीन के बाद एटीएम कार्ड और सोने के झुमके नहीं मिला।
पंजरी प्लांट में पकड़ाया आरोपी दामाद
जांच के दौरान संदेही शिवशरण प्रसाद के निवास स्थान बैकुंठ तिल्दा जिला रायपुर में चक्रधरनगर पुलिस की टीम ने तलाशी ली, जो वहां से फरार था। चक्रधरनगर थाना प्रभारी ने संदेही के पता तलाश के लिए उसके घर व ससुराल पर मुखबिर लगा रखे थे। जिसके बाद शिवशरण प्रसाद को पंजरी प्लांट में घूमते देखने की मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर हिरासत में लिया।
ये था पूरा मामला
बता दें कि चक्रधरनगर में पंजरी प्लांट में रहने वाला विलासपति मांझी (54 वर्ष) ने 14 अप्रैल को अपने एसबीआई खाते का पासबुक प्रिंट कराया। जिसमें 14 जनवरी से 5 अप्रैल के बीच एटीएम से 1 लाख 80 हजार निकाले जाने का खुलासा हुआ। इसके बाद अलमारी में एटीएम चेक किया तो एटीएम और पत्नी का सोने का झुमका गायब था।
प्रार्थी ने अज्ञात व्यक्ति पर चोरी का शक करते हुए अपने स्तर पर पता किया, जिसमें 6 महीना पहले घर आए दामाद शिवशरण प्रसाद पर चोरी करने का संदेह हुआ है। इसके बाद विलासपति मांझी ने 27 जुलाई को थाना चक्रधरनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया था। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया था।