CJ ने NHAI के अफसरों को लगाई फटकार: वकील से कहा- रात में गाड़ी से जाकर देखें नेशनल हाईवे का हाल, शपथ-पत्र में मांगा जवाब..

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: December 25, 2023

बिलासपुर// हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अफसरों पर जमकर नाराजगी जताई। उन्होंने प्राधिकरण के वकील से कहा कि कभी रात में गाड़ी उठाइए और खुद जाकर देखें कि किस तरह से नेशनल हाईवे में अव्यवस्था रहती है। डिवीजन बेंच ने प्राधिकरण के अफसरों को शपथ पत्र के साथ पूरी रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान नेशनल हाईवे की अव्यवस्था को लेकर डिवीजन बेंच ने नाराजगी जताई है। कोर्ट ने कहा कि कहां तक हम सब ये काम करते रहेंगे। जिनकी जिम्मेदारी है वह काम नहीं कर रहे हैं। व्यवस्थागत खामियों को सुधारना जरूरी है।

सफर करने वालों के बारे में आपने कभी सोचा है- हाईकोर्ट

एनएचएआई और राज्य शासन के अधिवक्ता से हाईकोर्ट ने कहा कि बिलासपुर से रायपुर नेशनल हाईवे में सफर करने वालों के बारे में आपने कभी सोचा है। कई ऐसी जगह है जहां अगर किसी चीज की जरूरत पड़ जाए तो कुछ मिलने वाला नहीं है।

सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है। सुनसान सड़कों पर दुर्घटना के साथ ही आपराधिक घटनाओं की भी आशंका बनी रहती है। कहां क्या कमी है, कितनी अव्यवस्था है, कोर्ट ने प्राधिकरण के अफसर को शपथ पत्र के साथ जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं।

नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों का जमावड़ा क्यों
कोर्ट ने पूछा कि नेशनल हाईवे के किनारे-किनारे दिन और रात भारी वाहनों का जमावड़ा रहता है। वाहन चालकों को वाहन खड़ा करने किसने अनुमति दी है। यह घोर लापरवाही है। दुर्घटना को जाने अजनाने आप आमंत्रण दे रहे हैं।

ट्रैफिक नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी किसकी है। इसे कोई देख रहा है या नहीं। बेतरतीब तरीके से सड़कों के किनारे भारी वाहनों को वहां से हटाया क्यों नहीं जा रहा है। नेशनल हाईवे में इस तरह की अव्यवस्था और बेपरवाही क्यों बरती जा रही है।

सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा
कोर्ट की नाराजगी यहीं पर नहीं रुकी। नाराज कोर्ट ने कहा कि एनएच की ऐसी दुर्दशा कभी देखी है क्या। सड़कों के किनारे खंभे हैं, लाइट क्यों नहीं लग पाई है। अंधेरे में लोग आवाजाही कर रहे हैं। यह सब अच्छा लगता है। अंधेरी सड़क में मवेशियों का जमावड़ा भी लगा रहता है। कई जरूरी काम के सिलसिले में रात को सफर कर रहा हो और मवेशी से वाहन टकरा जाए तो क्या होगा।

मवेशियों को हटाने का काम क्यों नहीं किया जा रहा है। इसके लिए पहले ही जिम्मेदारी दे दी गई है। समिति का गठन कर दिया गया है। इसके बाद भी लापरवाही क्यों की जा रही है। लोगों के जानमाल की चिंता को करनी ही चाहिए। अफसरों की यह लापरवाही ठीक नहीं है।

एनएच पर ढाबा संचालन पर जताई नाराजगी
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने एनएचएआई व राज्य शासन से पूछा कि नेशनल हाईवे पर ढाबा खोलने की अनुमति किसने दी है। बिलासपुर से रायपुर के बीच कितने ढाबे हैं। किस-किस ढाबे को अनुमति दी गई है। अनुमति दी है तो शर्त और मापदंड क्या है। इसकी जानकारी पेश करने के साथ ही नेशनल हाईवे से अतिक्रमण हटाने के निर्देश चीफ जस्टिस ने दिए हैं।

टोल प्लाजा में वाहनों की लंबी कतार
टोल प्लाजा के आसपास बहुत बड़ी खाली जगह है। इस जगह का उपयोग भारी वाहन चालकों के द्वारा पार्किंग के रूप में किया जा रहा है। इसके चलते आने जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कोर्ट ने अवैध पार्किंग पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।