रेत से भरे ट्रैक्टर पर हाथी का हमला: कोरबा में ट्रॉली को झाड़ियों में धकेला; जान बचाकर भागे ड्राइवर और मजदूर…
Last Updated on 12 months by City Hot News | Published: November 25, 2023
कोरबा// कोरबा जिले के केंदई वन रेंज में हाथी ने रेत तस्करों की फजीहत कर डाली। उनकी हालत तब खराब हो गई, जब उन्होंने ट्रैक्टर के पीछे हाथी को आता देखा। रेत तस्कर जान बचाने के लिए ट्रैक्टर से उतरकर भागने लगे। हाथी ने भी उन्हें दूर तक खदेड़ा। इसके बाद हाथी ट्रैक्टर को पीछे से धक्का देने लगा। मामला कटघोरा वनमंडल के केंदई वन परिक्षेत्र का है।
हाथी ने ट्रैक्टर को दिया धक्का, तोड़फोड़ भी की।
वनकर्मियों ने हाथी को खदेड़ा
सूचना पाकर वनकर्मी मौके पर पहुंच गए और हाथी को खदेड़ना शुरू किया, हालांकि, काफी देर के बाद हाथी खुद जंगल की ओर चला गया। इस वाकये ने वन परिक्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध रेत परिवहन की पोल भी खोल दी है।
कटघोरा वनमंडल में 60 हाथियों का दल
कोरबा के कटघोरा वनमंडल में 60 हाथियों का दल उत्पात रहा है। हाथी कभी घर, कभी फसलों को तबाह कर रहे हैं। केंदई रेंज के ग्राम मिसिया नर्सरी के पास हाथियों का झुंड अब भी घूम कर रहा है। वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल में जाने से मना किया है।
कटघोरा वनमंडल के ग्राम केंदई पहुंचा हाथियों का दल।
कोरबा में हाथियों का दल मचा रहा उत्पात
कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्रों में हाथियों की मौजूदगी लगातार बनी हुई है, जिसके कारण ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धान की फसल पकने के कारण हाथी लगातार खेतों की तरफ जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है।
वन विभाग की भी बढ़ी परेशानी
एक दिन पहले हाथी ग्राम झिनपुरी-भदरा होते हुए एक बार फिर कोरबी पहुंच गए हैं। हाथियों को नदी पार करते हुए देखा गया था। केंदई रेंज में हाथियों की वापसी के कारण ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग की भी परेशानी बढ़ गई है। झुंड में बेबी एलीफेंट भी शामिल हैं। इधर, हाथियों की दहशत से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं।
हाथियों ने 12 मवेशियों को भी मार डाला
हाथियों के झुंड ने केंदई वन परिक्षेत्र के सिरमिना सर्किल के ग्राम बगाही पारा में एक दिन पहले करीब 12 मवेशियों की जान ले ली थी। मवेशियों को गांव के बाहर खूंटे से बांधा गया था। घटना में मवेशी मालिकों को भारी नुकसान हुआ। वन विभाग अब उन्हें मुआवजा देने की कार्यवाही कर रहा है।