रायपुर में देर रात MG रोड पर जाम: पुलिस करती रही मशक्कत; शहर के फूड स्टाल्स और चौपाटी में टूट पड़े गरबा से लौटे लोग…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: October 23, 2023
रायपुर// प्रदेश में आचार संहिता के बाद भी रायपुर में देर रात तक MG रोड, मरीन ड्राइव समेत कई जगहों पर भीड़ लग रही है। ये भीड़ गरबा खत्म होने के बाद फूड स्टॉल्स पर जुटने वाले लोगों की है। जिन्हें हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत भी करनी पड़ रही है। इस बीच कभी-कभी विवाद की स्थिति भी बन रही है।
पुलिस अफसरों का भी कहना है कि, आचार संहिता के चलते देर रात तक सार्वजनिक स्थानों पर ऐसी भीड़ ना जुट पाए इसके लिए लोगों को समझाइश दी जा रही है। पुलिस को निर्देश है कि शहर में कानून व्यवस्था पूरी तरह कंट्रोल हो। जिस वजह से रायपुर पुलिस शहर के कई जगहों पर गरबा को समय होते ही बंद करवाने में जुटी रहती है। लेकिन कार्यक्रम खत्म होते ही ये लोग शहर के फूड स्टालों पर टूट पड़ते हैं।
MG रोड पर सैकड़ों की संख्या में फैमिली के साथ-साथ यूथ भी घूमते रहे।
रात 12 बजे MG रोड में जाम के हालात
शनिवार को ऐसे ही गरबा प्रेमियों की भारी भीड़ MG रोड पर देखने को मिली। यह सैकड़ों की संख्या में फैमिली के साथ-साथ यूथ की भीड़ रही। वे यहां पर अपनी भूख मिटाने पहुंचे थे। जिस वजह से शनिवार रात 12 बजे तक शहर के बीचो-बीच एमजी रोड में जाम के हालात दिखे। ये जाम फूल चौक से लेकर स्टेट बैंक की शाखा तक था। मौके पर पहुंची मौदहापारा थाने की पुलिस इन फूड स्टालों को बंद करवाकर लोगों को घर जाने के लिए कहते दिखी।
ऐसा ही नजारा साढ़े 10 बजे के करीब मरीन ड्राइव के पास भी देखने को मिला। पुलिस वाले लोगों को घर भेजने के लिए मशक्कत करते रहे।
यूथ के साथ ज्यादातर कार में सवार फैमली
ऐसे ही नजारा साढ़े 10 बजे के करीब मरीन ड्राइव के पास भी देखने को मिला। त्योहारों के सीजन में लोग शॉपिंग करने के बाद मरीन ड्राइव में परिवार के साथ बैठकर आपस में बातचीत कर मनोरंजन करते दिखे। वे यहां पर मौजूद फूड स्टालों में खाना खा रहे थे। तभी पीछे से चार गाड़ियां भरकर पुलिस पहुंच गई। पुलिस वाले लगातार सायरन बजाकर माइक से अनाउंस कर उन्हें घर भेजने के लिए मशक्कत करते रहे।
कई लोग करते हैं बहस
देर रात जब पुलिस इस भीड़ को हटाने की कोशिश करती है तो कई रसूखदार लोग पुलिस के साथ भिड़ जाते हैं। वे घर जाने को तैयार नहीं होते और बहस करने लग जाते हैं। जिसके चलते कई दफा विवाद की स्थिति भी देखने को मिलती है। इनमें कई फैमिली वाले भी होते हैं। जिनका कहना होता है कि अगर वे अपने परिवार के साथ खाना खा रहे हैं तो इसमें किसी को आपत्ति क्या है।
रेलवे स्टेशन पर भी खाने-पीने के दुकानों में भी लोग ओनी भूख मिटाते दिखे।
रेस्टोरेंट और ढाबा वालों की चांदी
इन त्योहारों के सीजन और वीकेंड में रायपुर में बड़ी मात्रा में लोग फूडी मूड में रहते है। रविवार छुट्टी का दिन होने की वजह से शनिवार रात में वे बाहर घूमने निकलते हैं। जिससे शहर के रेस्टोरेंट और ढाबा में भारी भीड़ हो जाती है। जिससे रेस्टोरेंट और ढाबा वालों की खूब कमाई हो रही है।
नवरात्रि के आयोजन के लिए गाइडलाइन
- जिला प्रशासन की ओर से समितियों को कहा गया है कि आचार संहिता को देखते हुए पंडाल में किसी भी प्रकार का चुनावी प्रचार प्रसार नहीं किया जाएगा।
- गाड़ियों में डीजे और धुमाल बजाने पर प्रतिबंध रहेगा।
- पंडाल का निर्माण सड़क को घेरकर नहीं किया जाए।
- रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक डीजे, लाउड स्पीकर जैसे ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग करने पर प्रतिबंध रहेगा।
- इसे इस्तेमाल किए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की अनुमति दशहरा और इसके अगले दिन तक होगी।
- रास गरबा, डांडिया आयोजन में वॉलिंटियर की व्यवस्था करनी होगी, ताकि किसी भी प्रकार के विवाद जैसी स्थिति ना हो।
- दुर्गा प्रतिमा के आगमन, स्थापना और विसर्जन के दौरान केवल ग्रीन पटाखे फोड़ने की अनुमति होगी।
- नवरात्रि के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी ।
- प्रशासन ने असामाजिक तत्वों से बचने के लिए पंडाल में CCTV कैमरा लगाने को कहा है।
- पंडाल या गरबा स्थल में किसी भी तरह के अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन और इस्तेमाल ना हो। ऐसा करने वाले व्यक्तियों की जानकारी संबंधित थाने में देने के लिए जिला प्रशासन ने अपील की है।
- आयोजन से ट्रैफिक व्यवस्था बाधित ना हो।
- आयोजन के दौरान किसी प्रकार से फूहड़ता या अश्लीलता का प्रदर्शन ना हो।
- किसी स्कूल, अस्पताल के 100 मीटर के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग बैन है।
आचार संहिता के चलते ज्यादा सख्ती
इस बार नवरात्रि चुनावी आचार संहिता के चलते ज्यादा अहम हो गई है। साथ ही पुलिस और प्रशासन भी ज्यादा सख्त नजर आ रहा है। प्रशासन ने आयोजकों को पहले ही बैठक लेकर चेताया है कि, पंडाल या गरबा आयोजन में किसी तरह का किसी भी पार्टी के लिए प्रचार नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कानून और व्यवस्था के साथ कोई समझौता न हो।