दुर्ग में हेराफेरी कर बेची करोड़ों की जमीन: गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेज और 2 लाख कैश समेत कई सामान जब्त…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: October 22, 2023
भिलाई// दुर्ग पुलिस ने जाली दस्तावेज बनाकर दूसरे की जमीन को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, प्रिंटर, फर्जी डाक्यूमेंट्स और दो लाख रुपए जब्त किया है। मामला सुपेला थाना क्षेत्र का है।
सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि दुर्ग जिले में एक ऐसा गिरोह काम कर रहा था, जो लोगों की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। इसके बाद विक्रेता की जगह पर अपने आदमी को खड़ा कर करोड़ों की जमीन को बेच देता था।
धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
ऐसी ही एक शिकायत योगानंदन निवासी पश्चिमी सिंहभूम (झारखंड) ने सुपेला थाने में दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसकी एक जमीन कोहका भिलाई में है। किसी व्यक्ति ने उस जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार किया और उसे दूसरे को बेच दिया है। जांच में मामला फर्जी पाए जाने पर सुपेला पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया।
3 हजार वर्ग फीट के प्लॉट को फर्जी तरीके से बेचा
सुपेला पुलिस ने जांच में पाया कि योगानंदन की 3 हजार वर्ग फीट का प्लॉट कोहका भिलाई है। कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उस जमीन से संबंधित फर्जी ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कर उसे आसमा खातून और विपिन अग्रवाल को बेच दिया।
इस मामले में राकेश राय (48 वर्ष) निवासी कैलाश नगर जामुल, एन रमेश उर्फ योगनंदन यादव (58 वर्ष) निवासी दीनदयाल कालोनी जुनवानी थाना सुपेला और प्रंशात कुमार (44 वर्ष) निवासी वार्ड नं. 58 बीडी कॉलोनी उरला दुर्ग को गिरफ्तार किया है।
सुपेला पुलिस स्टेशन।
तीनों आरोपियों ने मिलकर किया फर्जीवाड़ा
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों ने मिलकर इस ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। उन्होंने पहले एन. रमेश को फर्जी योगनंदन बनाकर उसका आधार कार्ड, बैक खाता खुलवाया। इसके बाद फर्जी ऋण पुस्तिका बनवाई। फिर फर्जी तरीके से दूसरे को रजिस्ट्रार ऑफिस में खड़ा कर उसे दूसरों को बेच दिया।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने इस तरह की और भी धोखाधड़ी, जिसके बारे में पूछताछ की जा रही है।