बिलासपुर में कैदी पर NSA, गैंगवार-हत्या का आरोपी फरार: जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर से शांति भंग का खतरा; लेकिन NSUI नेता को ढूंढ नहीं पाई पुलिस…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: October 11, 2023
बिलासपुर// बिलासपुर में कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी को जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर से चुनाव में शांति भंग करने की आशंका है। यही वजह है कि उन्होंने शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण में विधानसभा चुनाव कराने के लिए जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर मैडी उर्फ रितेश निखारे पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की कार्रवाई की है। वहीं, गैंगवार और हत्या के फरार NSUI नेता से कोई भय नहीं है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने का दावा किया था। इसके लिए पुलिस ने अभियान भी चलाया। इस दौरान 71 बदमाशों की फाइल खोली गई। वहीं, 19 बदमाशों को जिला बदर करने का प्रस्ताव बनाकर कलेक्टर के पास भेजा गया।
इसमें सकरी से चार, कोटा से तीन, सिविल लाइन, कोतवाली और सीपत से दो-दो बदमाश शामिल हैं। तारबाहर, मस्तूरी, बिल्हा, पचपेड़ी, सरकंडा, तखतपुर एक एक बदमाश को जिलाबदर करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
आदतन बदमाश ऋषभ पानीकर ने तलवार लहराते सोशल मीडिया में अपनी तस्वीर अपलोड किया था।
दो बदमाशों पर NSA
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी संजीव झा ने मंगलवार को दो बदमाशों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की है। कलेक्टर झा का दावा है कि इससे जिले में शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण में विधानसभा चुनाव होगा। जिस हिस्ट्रीशिटर रितेश निखारे उर्फ मैडी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है, वह जांजगीर जिला जेल में बंद है।
ऐसे में उसके जेल से बाहर आकर चुनाव में शांति भंग करने की आशंका है। उसके खिलाफ बलवा, हत्या के प्रयास, मारपीट व गुंडागर्दी के दर्जन भर से अधिक केस दर्ज है। कलेक्टर ने सरकंडा के खमतराई निवासी संतोष उर्फ डैनी साहू के खिलाफ भी रासुका के तहत कार्रवाई की है। संतोष नशे का अवैध कारोबार करता है और उसके खिलाफ भी कई केस दर्ज है।
बदमाश ऋषभ पानीकर सोशल मीडिया में पिस्टल दिखाकर लोगों को धमकाता था।
गुंडागर्दी और रंगदारी करने वाले बदमाश का जिला बदर
कलेक्टर संजीव झा ने सिटी कोतवाली क्षेत्र के निगरानी बदमाश ऋषभ पानीकर के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की है। ऋषभ पानीकर गुंडागर्दी और रंगदारी करता है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, अपहरण जैसे केस दर्ज है।
ऋषभ पानीकर के खिलाफ छह महीने के लिए जिलाबदर की कार्रवाई की गई है। इस दौरान उसे जांजगीर-चांपा, मुंगेली, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बलौदाबाजार जिले से भी बाहर रहने के लिए कहा गया है।
और कई बदमाशों हो सकते हैं जिला बदर
एसपी संतोष कुमार ने जिले के गुंडे बदमाशों की लिस्ट तैयार कर उनकी गतिविधियों की समीक्षा करने के बाद कुंडली तैयार की है, जिसमें लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले 19 बदमाशों को जिला बदर करने का प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा है।
सीएम के शहर प्रवास के दौरान गैंगवार में नाबालिग पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।
माना जा रहा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद आने वाले समय में कई अपराधियों का जिला बदर हो सकता है।
गैंगवार और हत्या के केस में फरार है एनएसयूआई नेता
एक तरफ पुलिस ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ सख्ती दिखाई है। वहीं, दूसरी तरफ गैंगवार और हत्या के केस में फरार एनएसयूआई नेता वसीम खान को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। वह पुलिस रिकार्ड में दो साल से फरार है। लेकिन, सोशल मीडिया में लगातार एक्टिव है। वह युवकों का गैंग चलाता है। इस बीच वह कई बार शहर में नजर भी आता है। फिर भी पुलिस उसे फरार बता रही है।
फरारी में सट्टेबाज से लिया वसूली का ठेका
शहर में चल रहे सट्टे के कारोबार में व्यापार विहार निवासी कांट्रैक्टर 40 लाख रुपए हार गया। उससे रुपए वसूल करने के लिए सट्टेबाज ने हत्या के केस में फरार आरोपी वसीम खान को ठेका दे दिया। जिसके बाद फरार आरोपी वसीम खान ने कांट्रैक्टर को कॉन्फ्रेंस कॉल कर धमकी दिया।
कांट्रैक्टर, वसीम खान और सट्टेबाज के बीच बातचीत और धमकी का ऑडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ। जिसमें वसीम खान खुद कह रहा है कि वह 302 के केस में अपराधी है, और फरार है। फिर भी शहर में उसके लड़के हैं, जो उसे शूट कर अपना काम कर देंगे, और उसे पता भी नहीं चलेगा। इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस की नजर में वसीम खान फरार है।
एनएसयूआई नेता वसीम खान को पुलिस दो साल से फरार बता रही है।
मुख्यमंत्री के शहर प्रवास के दौरान गैंगवार में हुई थी हत्या
शहर में CM भूपेश बघेल के प्रवास के दौरान 25 फरवरी 2021 को चाकू-बाजी और गैंगवार में नाबालिग की हत्या कर दी गई थी। 20 से 25 नाबालिगों ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इस हमले में बीच-बचाव करने वाले एक युवक पर जानलेवा हमला भी हुआ था।
पुलिस ने जांच के बाद 9 नाबालिग समेत 10 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया। बाकी के आरोपियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसमें वसीम खान भी हत्या और हत्या का षडयंत्र करने का आरोप है।
कांग्रेस नेताओं के संरक्षण का आरोप, दबाव में नहीं हो रही गिरफ्तारी
इस केस के शुरुआत में पुलिस पर मुख्य आरोपियों को बचाने का आरोप लग रहा था। कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में मुख्य आरोपी वसीम खान के खिलाफ पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगे। इस पर मृतक नाबालिग के पिता ने पुलिस अफसरों से शिकायत की, तब बाद में जांच के बाद पुलिस ने केस में NSUI के प्रदेश सचिव वसीम खान को भी आरोपी बनाया है। लेकिन, पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बजाए फरार बता रही है।