फूड पॉइजनिंग से पिता-बेटे की मौत:एक ही परिवार के 6 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित, बरहों का भोज खाकर बीमार

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर // मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में बरहों कार्यक्रम का खाना खाकर पिता-पुत्र की मौत हो गई। वहीं 4 लोग बीमार हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। सभी को जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक, भरतपुर ब्लॉक के ग्राम लरकोंड़ा के पटेलपारा निवासी भैयालाल सिंह के घर 29 सितंबर शुक्रवार को बच्चे के जन्म पर बरहों का कार्यक्रम था। इसमें परिवार के सदस्यों ने एक साथ खाना खाया। रात को भैयालाल सिंह को उल्टी-दस्त शुरू हो गया। शनिवार को उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में भर्ती कराया गया।

जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती पीड़ित महिला।

जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती पीड़ित महिला।

1 अक्टूबर को पिता की हुई मौत

जनकपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज के बाद उन्हें शहडोल मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। शहडोल मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान रविवार को भैयालाल सिंह (60) की मौत हो गई। शहडोल में ही भैयालाल के बेटे तिलकराज सिंह (25) को भी उल्टी-दस्त की शिकायत हुई, तो उसे भी इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जब वो ठीक हो गया, तो पिता के शव को लेकर लरकोंडा पहुंचा।

पिता के बाद बेटे की भी मौत

लरकोंडा में तिलकराज सिंह को रविवार रात को फिर से उल्टी-दस्त होने पर परिजनों ने उसे फिर से शहडोल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उसे जबलपुर रेफर कर दिया। जबलपुर ले जाते समय कटनी के पास उसकी मौत हो गई। परिजन उसके शव को लेकर वापस घर आ गए।

परिवार के 4 सदस्य भी बीमार

उल्टी-दस्त से पिता-पुत्र की मौत के बाद युवक की पत्नी राजकली सिंह (24), परिवार के अन्य सदस्य रामदास सिंह (61), सुनीता सिंह (25), निर्मल सिंह (12) उल्टी-दस्त से पीड़ित हो गए। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में एडमिट किया गया है। इनमें से रामदास की हालत गंभीर बनी हुई है।

स्वास्थ्य विभाग ने गांव में लगाया शिविर

लरकोंडा गांव में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैलने की सूचना पर जनकपुर अस्पताल से स्वास्थ्य अमला गांव में पहुंचा। जांच में एक ही परिवार के सदस्य उल्टी-दस्त से पीड़ित पाए गए। परिवार के अन्य सदस्यों का गांव में ही इलाज किया गया। गांव में और कोई उल्टी-दस्त से पीड़ित नहीं मिला। माना जा रहा है कि बरहों के कार्यक्रम का भोजन करने के बाद परिवार के लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए।

4 पीड़ितों में से एक की हालत गंभीर

जनकपुर सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्यजीत दास ने बताया कि लरकोंडा से आए उल्टी-दस्त के दो पीड़ितों को शहडोल रेफर किया गया था, जिनकी मौत हो गई है। 4 अभी एडमिट हैं, जिनमें से एक बुजुर्ग की हालत गंभीर है। बाकी 3 की हालत ठीक है। अन्य पीड़ितों का गांव में ही इलाज किया गया है।