अब डीएमके नेता राजा बोले- सनातन धर्म HIV-कोढ़ जैसा: शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा- ये I.N.D.I.A गठबंधन का हिंदूफोबिया दिखाता है…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: September 7, 2023
चेन्नई// डीएमके नेताओं की तरफ से सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिए जा रहे हैं। ताजा टिप्पणी पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा की है। इसमें उन्होंने कथित रूप से एक सभा में सनातन धर्म को एचआईवी (एड्स) और कोढ़ जैसा बता दिया।
डीएमके नेता ए राजा और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन विरोधी बयान देशभर में मुद्दा बने हुए हैं।
राजा के बयान को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपमानजनक करार दिया। प्रधान ने कहा कि नाम बदलने से किसी का चरित्र और इरादा नहीं बदल जाता। राजा का सनातन धर्म पर दिया गया बयान इंडियन नेशनल डेवलमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) का मानसिक दिवालियापन और हिंदूफोबिया (हिंदू से डर) दिखाता है। देश देख रहा है कि कांग्रेस और उसके दोस्त भारत की आत्मा और जड़ों को गंदा कर रहे हैं।
सनातन विरोधी बयान पर उदयनिधि की सफाई
तमिलनाडु CM एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में 2 सितंबर को एक कार्यक्रम में सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिया था। 4 दिन बाद 7 सितंबर को उन्होंने पहली बार सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी धर्म का दुश्मन नहीं हूं। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया।’ उदयनिधि ने गुरुवार को 4 पेज के स्टेटमेंट में अपनी बातों को साफ किया।
इसी के साथ उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन ने बेटे का बचाव किया। स्टालिन ने सोशल मीडिया पर बयान पोस्ट किया – भाजपा ने झूठी कहानी फैलाई है। पीएम ने भी बिना सच जाने इस पर कमेंट किया। दरअसल, बुधवार 6 सितंबर को मंत्रिपरिषद की एक बैठक में पीएम ने सभी मंत्रियों को सनातन विवाद पर सख्त जवाब देने की बात कही थी।
उदयनिधि ने 2 सितंबर को चेन्नई में आयोजित सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में यह बात कही थी। जिससे विवाद हुआ।
उदयनिधि की तरफ से जारी स्टेंटमेंट की 5 बड़ी बातें…
- मोदी एंड कंपनी ध्यान भटकाने के लिए सनातन चाल का इस्तेमाल कर रही है।
- मोदी भारत में मणिपुर के बारे में सवालों का सामना करने से डरते हैं और अपने दोस्त अडाणी के साथ दुनिया भर में घूम रहे हैं। सच तो यह है कि लोगों की अज्ञानता ही उनकी नाटकीय राजनीति की पूंजी है।
- पिछले 9 सालों से, आपके (भाजपा) सभी वादे खोखले रहे। आपने वास्तव में हमारे कल्याण के लिए क्या किया है, यह सवाल वर्तमान में एक निहत्थे, फांसीवादी भाजपा सरकार के खिलाफ पूरे देश द्वारा एकजुट होकर उठाया जा रहा है।
- आश्चर्य की बात यह है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री फेक न्यूज के आधार पर मेरे खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
- मैं भी एक अध्यात्मवादी हूं। यदि कोई धर्म लोगों को जातियों के नाम पर विभाजित करता है। उस धर्म में छुआछूत और गुलामी नजर आती है तो मैं उस धर्म का विरोध करने वाला पहला व्यक्ति होऊंगा।
सनातन विवाद की टाइमलाइन…
2 सितंबर : उदयनिधि स्टालिन चेन्नई में एक सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां स्पीच के दौरान उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की। उदयनिधि ने कहा- जिस तरह मलेरिया और कोरोना को खत्म किया जाना जरूरी है उसी तरह सनातन भी है। उदयनिधि के इस कमेंट पर बीजेपी आईटे सेल हेड अमित मालवीय ने X पर लिखा – उदयनिधि की बातों से यह लगता है कि सनातन को मानने वाली 80 प्रतिशत आबादी का नरसंहार कर दो।
3 सितंबर : उदयनिधि ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात फिर दोहराई। बोले- मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को खत्म कर दिया जाना चाहिए। ये बात मैं लगातार कहूंगा। कुछ लोग बचकाना व्यवहार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए आमंत्रित किया है। उदयनिधि ने कहा- PM मोदी भी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए?
6 सितंबर : चेन्नई में मीडिया से बातचीत में उदयनिधि ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। वे हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के इनॉगरेशन पर इनवाइट नहीं करना इसका ताजा उदाहरण है।
उदयनिधि के बयान पर पक्ष और विपक्ष की प्रतिक्रिया…
CM स्टालिन बोले – उदयनिधि का धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था
बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन वाले बयान पर पिता स्टालिन बोले – उनके बेटे ने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
संजय राउत बोले – उदयनिधि को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, मैंने उदयनिधि का बयान सुना है। वह एक मंत्री हैं और कोई भी उनके बयान का समर्थन नहीं करेगा और किसी को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। इस देश में लगभग 90 करोड़ हिंदू रहते हैं और अन्य धर्मों के लोग भी इस देश में रहते हैं। उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती।
स्मृति बोलीं – जब तक भक्त जीवित, धर्म को कोई चुनौती नहीं दे सकता
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार (6 सितंबर) देर रात दिल्ली के द्वारका में जन्माष्टमी कार्यक्रम में उदयनिधि के बयान का समर्थन करने वालों पर पलटवार किया। स्मृति ने कहा, भगवान कृष्ण के जयकारे इतने ऊंचे होने चाहिए कि वे सनातन धर्म को चुनौती देने वालों तक पहुंचें। जब तक भक्त जीवित हैं, कोई भी हमारे ‘धर्म’ और आस्था को चुनौती नहीं दे सकता।
इससे पहले बुधवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक में यह मुद्दा उठाया था। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि मंत्रियों को सनातन धर्म की बहस का करारा जवाब देना चाहिए।
उधर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा – भारतीय संविधान में भगवान राम, कृष्ण, अर्जुन, नटराज और हनुमान की तस्वीरें हैं और डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, अंबेडकर के हस्ताक्षर हैं। सनातन धर्म को संविधान में भी सम्मान दिया गया है।
बीजेपी IT सेल हेड अमित मालवीय के खिलाफ FIR
तमिलनाडु CM के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन वाले बयान को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में बीजेपी IT सेल हेड अमित मालवीय के खिलाफ तमिलनाडु में FIR दर्ज की गई है।
X पर एक पोस्ट में, मालवीय ने कहा था कि सनातन धर्म पर उदयनिधि की हालिया टिप्पणी का मतलब है, सनातन को मानने वाली 80 प्रतिशत आबादी का नरसंहार कर दो।
जिसके बाद उदयनिधि ने कहा था- PM मोदी भी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए?
उदयनिधि के बयान के खिलाफ दो FIR, कोर्ट में याचिका
उदयनिधि के सनातन धर्म खत्म करने वाले बयान पर बिहार के मुजफ्फरपुर में कोर्ट में याचिका दायर की गई है। ये याचिका सुधीर कुमार ओझा ने चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में फाइल की है। इस पर 14 सितंबर को सुनवाई होगी।
इससे पहले उदयनिधि के खिलाफ एक वकील ने दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज कराई थी। वहीं UP के रामपुर में वकीलों ने स्टालिन के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बुधवार को कर्नाटक के BJP नेता नागराज नायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सनातन धर्म मामले में SC से दखल की मांग, 262 शख्सियतों ने चिठ्ठी लिखी
पिता एमके स्टालिन (दाएं) के साथ उदयनिधि स्टालिन (बाएं)। उदयनिधि तमिलनाडु की DMK सरकार में युवा मामलों के मंत्री भी हैं।
उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ 262 शख्सियतों ने सुप्रीम कोर्ट को चिट्ठी लिखी है। इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से खुद दखल देने की मांग की है। इनमें 14 जज, 130 ब्यूरोक्रेट्स और सेना के 118 रिटायर्ड अफसर शामिल हैं। इन्होंने तमिलनाडु सरकार के खिलाफ स्टालिन पर कोई एक्शन ना लेने के लिए कार्रवाई करने की मांग की है।