होम स्टे की आड़ में बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी: फॉरेस्ट कर्मियों ने की कार्रवाई तो अफसर ने लगाई उन्हें फटकार, एक्शन लेने किया मना…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: July 14, 2023

जगदलपुर// छ्त्तीसगढ़ के बस्तर में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित होम स्टे की आड़ में बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी का खेल चल रहा है। इस बात की खबर जब फॉरेस्ट कर्मियों को मिली तो उन्होंने लकड़ी जब्त कर कार्रवाई की। अब कर्मचारियों का आरोप है कि, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक धम्मशील गणवीर ने उन्हें कार्रवाई करने से मना कर दिया। कार्रवाई करने वाले फील्ड कर्मचारी को फॉरेस्ट नाके में अटैच कर दिया। जिसके बाद सारे कर्मचारियों ने अफसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

कर्मचारियों ने अफसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। - Dainik Bhaskar

कर्मचारियों ने अफसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

जानकारी के मुताबिक, यह मामला कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान इलाके के घुड़मारास गांव का है। यहां कुछ महीने पहले होम स्टे बनाया गया था। जो शख्स इसकी जिम्मेदारी निभा रहा था वह इसी इलाके में स्थित बेशकीमती साल के पेड़ों की कटाई कर बेच रहा था। इस बात की जानकारी जब फॉरेस्ट के फील्ड वर्कर्स को मिली तो उन्होंने एक दिन पहले दबिश दी और करीब डेढ़ घन मीटर लकड़ी को जब्त कर लिया था।

जिन कर्मचारियों ने कार्रवाई की थी उन्होंने बताया कि, इस बात की जानकारी जब संचालक को मिली तो उन्होंने कार्रवाई करने मना कर दिया था। फिर एक कर्मचारी पितवास भारती को फॉरेस्ट नाका में अटैच कर दिया गया। अफसर की इस कार्रवाई से नाराज सारे कर्मचारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पितवास भारती ने कहा कि, ईमानदारी से काम करने की हमें सजा मिली है। ऐसे में हम काम कैसे कर पाएंगे।

इस मामले को लेकर सभी कर्मी धम्मशील गणवीर से मुलाकात करने और ज्ञापन देने के लिए उनके दफ्तर पहुंचे। हालांकि, वे किसी काम से बाहर थे, उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। फिर SDO को उन्होंने ज्ञापन सौंपा है। इस मामले पर जब हमने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक धम्मशील गणवीर का पक्ष जानने फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

SDO ने कहा – साहब ने गलत किया

इस मामले पर SDO कमल तिवारी ने कहा कि, मैं जब काम करता था तो मुझे अवार्ड मिलता था। लेकिन, आज जब हमारे कर्मचारी लकड़ी पकड़ने का काम किए हैं तो इन्हें अवार्ड के नाम पर ट्रांसफर मिला है। साहब ने गलत किया है। उन्होंने कहा कि, तस्कर को DFO साहब क्यों बचा रहे हैं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।