बांस की टोकरी नहीं बिकती तो महतारी वंदन योजना की राशि बनती है मददगार
बिरहोर सुनिता के खाते में हर माह आ जाती है एक हजार की राशि कोरबा ///विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय से आने वाली बिरहोर सुनिता परम्परागत व्यवसाय से जुड़ी हुई है। वह बांस लाकर टोकरियां बनाती…