इन्हें ट्रेनों की ‘परदादी’ कहिए…. देश में आजादी से पहले से दौड़ रहीं ये 5 रेलगाड़ियां…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: June 7, 2023
भारतीय रेलवे दुनिया के चौथे और एशिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क के तौर पर जाना जाता है। भारतीय रेलवे ने क रिकॉर्ड बनाए हैं।
- 1/11भारत की 5 सबसे ‘बूढ़ी’ ट्रेनें, 150 साल से भर रही रफ्तार
भारत की 5 सबसे ‘बूढ़ी’ ट्रेनें, 150 साल से भर रही रफ्तार
- 2/11भारत की सबसे पुरानी ट्रेनें
भारतीय रेलवे का इतिहास 170 सालों से भी पुराना है। बुलेट ट्रेन, वंदे भारत, शताब्दी, राजधानी ट्रेनों के बारे में आप जानते होंगे, लेकिन क्या भारत की बूढ़ी ट्रेनों के बारे में जानते हैं।
- 3/11150 साल से भर रही रफ्तार
भारत की ये ट्रेनें 20-25 साल की नहीं बल्कि 150 सालों से पटरियों पर दौड़ रही हैं। इन ट्रेनों में कई नाम शामिल है। हम आपको आज देश की सबसे पुरानी 5 ट्रेनों के बारे में बता रहे हैं।
- 4/11पंजाब मेल (1 जून 1912)
पंजाब मेल इंडियन भारतीय रेलवे की सबसे पुरानी ट्रेन है। इसकी शुरुआत साल 1912 में हुई थी। 1 जून 2023 को इस ट्रेन के 111 साल पूरे कर दिए है।
- 5/11आज भी दौड़ रही
आजादी से पहले शुरू हुई ये ट्रेन आज भी पटरियों पर दौड़ रही है। यह ट्रेन इटारसी, आगरा, दिल्ली, अमृतसर और लाहौर से होकर गुजरती है।
- 6/11फ्रंटियर मेल (1 सितंबर 1928)
फ्रंटियर मेल की शुरुआत साल 1928 में हुआ। इस ट्रेन ने देश की आजादी से लेकर विभाजन तक देखा है। ये ट्रेन ब्रिटिश राज में चलने वाली सबसे फेमस ट्रेन थी।
- 7/11बदल गया नाम
यह मुंबई से दिल्ली होते हुए अमृतसर को जाती है। साल 1996 में इसका नाम फ्रंटियर मेल से बदलकर ‘गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस’ कर दिया गया था।
- 8/11भारत की पहली AC ट्रेनसाल 1934 में इसमे AC लगाया गया था। ये भारत की भारत की पहली एसी बोगी वाली ट्रेन भी है।
- 9/11ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस (1 अप्रैल 1929)
जीटी एक्सप्रेस या ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस की शुरुआत साल 1929 में हुई थी। ये ट्रेन पेशावर से मैंगलोर तक जाती है। शुरुआत में इसे 104 घंटे लगा करते थे।
- 10/11बॉम्बे पूना मेल (21 अप्रैल 1863)005
बॉम्बे-पूना मेल की शुरुआत 1863 में हुई थी। यह ट्रेन मुंबई-पुणे सेक्शन पर चलने वाली बेस्ट ट्रेन थी। यह मुंबई और पुणे के बीच चलने वाली पहली इंटरसिटी ट्रेन थी।
- 11/11कालका मेल (1 जनवरी 1866)
साल 1866 में 1 अप और 2 डाउन नंबर प्लेट के साथ ईस्ट इंडियन रेलवे मेल नाम से ये ट्रेल चलती थी। अब कालका मेल के नाम से जानी जाती है। इस ट्रेन ने 157 साल पूरे कर लिए हैं।