यूक्रेन का सबसे बड़ा बांध ‘काखोवका’ जंग में तबाह:बाढ़ से 80 गांव डूबने का खतरा, रूस-यूक्रेन ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप..

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: June 6, 2023

जंग के बीच मंगलवार को यूक्रेन का सबसे बड़ा डैम यानी बांध तबाह हो गया। बांध का नाम काखोवका है जो उत्तरी यूक्रेन में था। रूस-यूक्रेन ने एक-दूसरे पर इसे तबाह करने के आरोप लगाए हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बांध पर अटैक के बाद निकला पानी जंग के मैदान तक पहुंच गया।

तस्वीर नोवा काखोवका बांध की है, जो रूस-यूक्रेन जंग के बीच हमले में पूरी तरह से तबाह हो गया है। - Dainik Bhaskar

तस्वीर नोवा काखोवका बांध की है, जो रूस-यूक्रेन जंग के बीच हमले में पूरी तरह से तबाह हो गया है।

बाढ़ के डर से आस पास के गांवों को खाली कराया जा रहा है। खरसोन को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं रूसी न्यूज एजेंसी के मुताबिक 80 गांवों को बाढ़ का खतरा है। यूक्रेन में ये बांध सोवियत संघ के शासन के दौरान 1956 में बनाया गया था। नाइपर नदी पर बना ये बांध 30 मीटर लंबा है और 3.2 किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ है।

तस्वीर काखोवका बांध की है जहां हमले के बाद कंट्रोल रूम में भी पानी भर गया ।

तस्वीर काखोवका बांध की है जहां हमले के बाद कंट्रोल रूम में भी पानी भर गया ।

जेलेंस्की ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
यूक्रेन के उत्तरी कमांड के सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि काखोवका बांध पर रूस ने हमला किया है। वहीं, जेलेंस्की ने इसे लेकर एक इमेरजेंसी बैठक बुलाई है। जबकि बांध रूस के कब्जे वाले इलाके में है और रूसी सेना ने यूक्रेनी हमले में इसके तबाह होने की बात कही है।काखोवका बांध से ही क्रीमिया और जापरोजिया न्यूक्लियर प्लांट में पानी की आपूर्ति की जाती है।

इंटरनेशनल कोर्ट में आमने-सामने होंगे रूस- यूक्रेन
आज इटंरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में भी रूस और यूक्रेन आमने-सामने होंगे। यूक्रेन का आरोप है कि रूस सालों से यूक्रेनी अलगाववादियों का समर्थन कर रहा है। जिससे यूक्रेन में हमले हो रहे हैं। इस पूरे मामले में द हेग में दोनों देश अपने पक्ष में दलील देंगे। इस केस को यूक्रेन ने जंग से 5 साल पहले दर्ज कराया था। 2022 में हमले के बाद यूक्रेन ने रूस खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में कई और मामले भी दर्ज कराए हैं।

इंटरनेशनल कोर्ट ने पुतिन के खिलाफ भी जारी किया है गिरफ्तारी वारंट
17 मार्च को इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने यूक्रेन में वॉर क्राइम के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। कोर्ट ने कहा था कि पुतिन यूक्रेनी बच्चों के अपहरण और डिपोर्टेशन के अपराध के लिए जिम्मेदार हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने इस पर रिएक्शन देते हुए कहा कि यह तो महज एक शुरुआत है। ICC ने कहा कि उसके पास यह मानने के लिए उचित आधार है कि उन्होंने न सिर्फ इन अपराधों को अंजाम दिया, बल्कि इसमें दूसरों की भी मदद की। कोर्ट ने यह भी कहा था कि रूसी राष्ट्रपति बच्चों को निर्वासित करने वाले अन्य लोगों को रोकने के लिए अपने अधिकारों का प्रयोग करने में नाकाम रहे।